सीहोर 30 जून (नि.सं.)। आर.ए.के कृषि माहविद्यालय सीहोर के प्रभारी डीन अधिष्ठाता डॉ. एस.के. श्रीवास्तव द्वारा विगत जनवरी पांच माह पूर्व यहॉ कार्यरत एक श्रमिक भॅवर जी को गाली गलौच कर मार पीट कर कुत्ते पर धक्का दिए जाने से कुत्ते ने कॉट खाया था।
उक्त प्रकरण में गवाहों व पीड़ित के बयान हो जाने के उपरांत भी प्रभारी डीन पर पुलिस पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई थी। साथ ही मजदूरों पर दमन चक्र चलाते हुए आर.ए.के .कृषि महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा मिट्टी उठाने का ठेका भी दिया गया व चौकीदारी आदि कार्यो को ठेके पर दिए जाने की तैयारी अंदर ही अंदर चल रही है। जबकि श्रम नियमों के अनुसार संस्थान मे कार्यरत मजदूर यूनियनों से इस संबंध में कोई भी चर्चा, सूचना व्यवस्था बदलनें का प्रश् था। फिर भी मजदूर यूनियनों को विश्वास मे नही लिया जाना कृषि महाविद्यालय प्रबंधन की मनमानी, तानाशाही, मजदूर विरोधी नीति का प्रमाण है।
उपरोक्त बात अनूप चौधरी श्रमिक नेता ने अपनी एक विज्ञप्ति में कही । इन्होने विज्ञप्ति में कहा है कि पूर्व मे भी यहां वर्षा से कार्यरत श्रमिकों जिनकी संस्था लगभग 175 के आसपास है को ठेकेदारी प्रथा लाद कर ठेका मजदूर बना दिया गया था। एक लंबी लडाई संघर्ष के बाद यह प्रथा समाप्त हो पाई थी। विगत सप्ताह जवाहर लाल नेहरु कृषि कृषि विश्व विद्यालय जबलपुर ने श्रमिकों का काम बंद आंदोलन को स्थगित करने की अपील 15 दिन का समय नियमित करण अनुकंपा नियुक्ति पूरे माह काम आदि निराकरण हेतु मांगा था। उक्त ठेका दिए जाने से बढ़ी संख्या मे वर्षा से कार्यरत मजदूर प्रभावित हो रहे है। इस संबंध में कल प्रभारी मंत्री रूस्तम सिंह जी द्वारा मा.जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए गये।