आष्टा 20 सितम्बर (नि.सं.)। नगर में विजय दसमी पर्व बनाने के लिये हिन्दु उत्सव समिति आष्टा द्वारा आज एक बैठक का आयोजन किया था जिसमें पिछले वर्ष का आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत कर दशहरा पर्व मनाने के लिये नवीन कार्यकारिणी का चुनाव होना था। आष्टा नगर के इतिहास में आज ऐसा पहली बार हुआ कि विजय दसमी उत्सव समिति के चुनाव की इस बैठक में पूरे नगर के सैकड़ो युवक बैठक स्थल पर पहुँच गये।
पहले बैठक श्रीराम मंदिर आष्टा पर रखी थी। लेकिन भारी उपस्थिति को देखते हुए हिन्दु उत्सव समिति ने इसे भाऊबाबा मंदिर पर रखी। आज की इस बैठक में जो युवक अध्यक्ष बनना चाहते थे वह अपने समर्थन में बड़ी संख्या में युवकों को लेकर यहाँ पहुंचे। पूर्व अध्यक्ष नर्वदा प्रसाद मालवीय ने बैठक की अध्यक्षता कर रहे कमल किशोर नागोरी की स्वीकृति के पश्चात आय-व्यय प्रस्तुत किया जिसमें उन्होने लगभग 28 हजार का घाटा दर्शाया। यह ब्यौरा प्रस्तुत होते ही बैठक में हलचल मच गई। तब बैठक में उपस्थित श्री सुधीर पाठक, प्रेमनारायण गोस्वामी, उमेश शर्मा, मुकेश बड़जात्या, रवि सोनी सहित अनेको लोगों ने बैठक में उपस्थित युवकों को संबोधित करते हुए विचार व्यक्त किये।
इसके पश्चात अचानक रवि सोनी ने विचार व्यक्त करते-करते अध्यक्ष का नाम सुनील प्रजापति का नाम प्रस्तावित कर दिया और इस बात को लेकर बैठक में हो-हल्ला शुरु हो गया तथा थोड़ी ही देर में अध्यक्ष पद के लिये कालू भट्ट, राजीव पंवार, नरेश माथुर का नाम भी कई लोगों ने प्रस्तावित कर बैठक में अध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से हो की बात पर पानी फेर दिया। थोड़ी देर राजीव पंवार ने अपना नाम वापस लिया। तब 3 के नाम आने पर यह निर्णय लिया गया कि तीनों के नाम की पर्ची डाली जाये, लेकिन इस पर भी एक उम्मीद्वार तैयार नहीं हुआ। बस इसके बाद बैठक, बैठक ना रही। जब यादा ही स्थिति बिगड़ने लगी तब बैठक की अध्यक्षता श्री कमल किशोर नागौरी ने इसे स्थगित कर दिया। अधिकांश लोगों ने मत दिया कि अब हिन्दु उत्सव समिति ही इस संबंध में निर्णय ले। कुछ का विचार था कि हिन्दु उत्सव समिति स्वयं दशहरा पर्व मनाये। बैठक समाप्ति के बाद जब सब लोग बाहर आ गये तब कुछ युवकों ने अपने उम्मीद्वार के समर्थन में जमकर नारेबाजी की, नगर के प्रमुख चौराहों पर बैठक समाप्ति के बाद देर रात्रि तक इसी बैठक को लेकर चर्चाएं सरगर्म बनी हुई हैं।