आष्टा 3 सितम्बर (नि.प्र.) । नगर में बिगड़ी सफाई व्यवस्था को लेकर अगर कोई नागरिक या जनप्रतिनिधि न.पा. को कोसे तो न.पा. को बुरा लगता है लेकिन हकीकत यही है कि नगर में सफाई व्यवस्था बुरी तरह से चौपट हो चुकी है जिसके जिम्मे यह कार्य है वे अपनी जिम्मेदारी कितनी मुश्तैदी से निभाते है इसको देखना है तो नगर में किसी भी क्षेत्र में भरी नालिया, पडी गंदमी कचरे के ढेर देखे जा सकते है
आज तो इस मुद्दे को लेकर न.पा. के गलियारे में न.पा. में दो अधिकारी जमकर भिड गये एक अधिकारी जिसके जिम्मे भी नगर की उक्त व्यवस्था रही थी ने वर्तमान जिम्मेदार अधिकारी को नगर की सफाई व्यवस्था को लेकर जमकर कोषा यहां तक की भोपाली भाषा का भी एक दूसरे पर प्रहार किया गया वर्तमान में जिसके जिम्मे नगर की सफाई व्यवस्था है उनका अधिकांश समय अधिकारियों कर्मचारियों से लड़ाई झगड़े शिकवा शिकायत में गूजर जाता है तो कैसे नगर की सफाई व्यवस्था सुधरे जिसने आज नगर में व्याप्त गंदगी को लेकर अपना मुंह खोला उन महाशय को आज ही नगर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था क्यों नजर आ गई ।
इसके पीछे उनका एक कारण है उन्हें पहले क्यों नगर की बिगड़ी सफाई व्यवस्थ नहीं दिखी जबकि वे रोज नगर में विचरण करते है आज न.पा. के गलियारों में हुआ भोपाली झगड़ा न.पा. के हाल बेहाल है यही दर्शाता है।