Thursday, September 4, 2008

धूमधाम से मनी चतुर्थी, 12 दिवसीय उत्सव शुरु गणेश मंदिर पर भराया मेला, रही भारी भीड़

सीहोर 3 सितम्बर (नि.सं.)। आज से नगर में गणेश उत्सव का पर्व पूर्ण उत्साह उमंग के साथ प्रारंभ हो गया। जहाँ प्राचीन गणेश मंदिर पर जन्म आरती के बाद मेला प्रारंभ हुआ वहीं नगर भर में अनेक मण्डलों द्वारा सार्वजनिक गणेश प्रतिमाओं की स्थापना का क्रम देर रात तक जारी रहा। अनेक जुलूस भी निकले। आगामी 12 दिनों तक गणेश उत्सव नगर में धूमधाम से मनाया जायेगा। आज पहले ही दिन गणेश मंदिर बहुत भारी भीड़ दर्शनार्थियों की पहुँची।
गणपति बप्पा मोरिया, चार लड्डु चोरिया के जयकारों के साथ गणेश जी महाराज का गणेशोत्सव पर्व आज सीहोर में प्रारंभ हुआ। चतुर्थी के अवसर पर आज प्रात: काल से ही प्राचीन चिंतामन गणेश मंदिर पर दर्शनार्थियों की भीड़ जुट गई थी। यहाँ पुजारी पं. पृथ्वीबल्लभ दुबे के अनुसार प्रात: काल 5.30 बजे से ही यहाँ भक्तों की भारी तादात पहुँचना शुरु हुई और लाईन लग गई, यह लाईन दिनभर लगी रही और दिन उगते-उगते तो लाईन इतनी लम्बी हो गई कि बहुत दूर सड़क तक यह लाईन चली गई इसके बाद लाईन छोटी नहीं हुई। यहाँ आज भक्तों को पर्याप्त दर्शन व्यवस्था के लिये दो लाईन लगवाई गई थी। एक लाईन में महिलाएं दूसरी में पुरुष शामिल थे लेकिन दोनो ही लाईन बहुत लम्बी हो गई थी। भक्तों को शीघ्रता पूर्वक दर्शन करने का निवेदन व व्यवस्था की गई थी ताकि पीछे वालों को भी शीघ्र दर्शन हो सकें। दर्शन तेजी से कराये जा रहे थे लेकिन लाईन उससे भी तेज बढ़ती जा रही थी। दोपहर जन्म आरती के समय भारी भीड़ यहाँ लगी। आज कई समाचार चैनल व दूरदर्शन समाचार वाहिनियों के कैमरामेन भी यहाँ बडी संख्या में पहुँचे। देर रात तक यहाँ भक्तों की लाईन लगी रही।
लम्बे समय दोपहर तक पुलिस को इसका भान ही नहीं था कि मेले में व्यवस्था विशेष रुप से संभालनी है। जब दोपहर में पुलिस का ध्यान दिलाया गया तब जाकर मेले की व्यवस्था के लिये पुलिस बड़ी मात्रा में पहुँचा और व्यवस्था संभाली। मेले में आये झूले, दुकानों की रौनक और चाट ठेलों पर भी भीड़ उमड़ी। कुल मिलाकर मेला पहले ही दिन से जम गया है। आगामी अनन्त चतुर्दशी तक यहाँ मेला लगा रहेगा।
इधर नगर भर में गणेश उत्सव को लेकर उत्साह था। छावनी बड़ा बाजार में जहाँ भारी भीड़ थी और लोग मूर्तियाँ खरीद रहे थे वहीं नमक चौराहा पर शाम तक गणेश प्रतिमाएं बहुतायत में बिक चुकी थी और कुछ स्टाल हट ही गये थे। आज गणेश प्रतिमाओं को बिक्रा भी अच्छा रहा।
नगर भर में छोटे-बड़े सार्वजनिक गणेश उत्सव समितियों की गणना 80 से 100 तक आज नजर आई। जहाँ गणेश जी की स्थापना की गई। कुछ सार्वजनिक मंचों पर, कुछ खाली दुकानों पर, कुछ ओटलों, कुछ गुमठियों में ऐसे ही अनेक स्थानों पर गणेश जी विराजित हुए। जिनकी मोहल्ले के लोगों द्वारा आरती पूजा अर्चना आज से प्रारंभ हो गई है।
आज दिनभर गणेश जी की प्रतिमा उठाने के साथ ही निकले जुलूस भी आकर्षण का केन्द्र रहे। रंग-गुलाल के साथ ढोलों की थाप नृत्य करते गणेश भक्तों ने जुलूस निकाले। यह क्रम शाम तक जारी रहा।