आष्टा 5 सितम्बर (नि.प्र.)। पर्यूषण पर्वाधिराज प्रारंभ, ब्रहम्चारी पयूर्षण पर्वाधिराज श्री दिगम्बर जैन समाज के 4 सितम्बर से प्रारंभ हुए और इसी के साथ त्याग, तप और तपस्या का सिलसिला भी प्रारंभ हो गया है। श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर किला पर पठानी से पधारे ब्रहम्चारी संजय भैया जी के सानिध्य में ग्यारह दिवसीय दसलक्षण पर्व मनाऐंगे सुबह शाम प्रवचन भी होंगे। शाम को श्री जी की नित्य आरती होगी।
श्री दिगम्बर जैन समाज के सांस्कृतिक सचिव श्री मनोज सुपर ने एक विज्ञप्ति में बताया कि पर्यूषण पर्व पर होने वाले देनिक कार्यक्रमों में प्रतिदिन सुबह साढ़े छ: बजे से भगवान के अभिषेक एवं शांतिधारा, तत्पश्चात, नित्य पूजा के अलावा दसलक्षण व सौलाहकारण की पूजा और प्रात: साढ़े आठ से साढे नौ प्रवचन एवं रात्रि में आठ से नौ प्रवचन संजय भैया के होंगे। सभी मंदिरों में गुरूवार 4 सितम्बर को भक्तिभाव से भगवान के मनके श्रावकों ने अभिषेक किए और पूजा अर्चना भी की।
श्री जैन ने बताया कि 5 सितम्बर को प्रश् मंच का कार्यक्रम रात्रि 9 बजे उत्तम सेल्स बुधवारा द्वारा आयोजित किया है। किला मंदिर परिसर में सभी समारोह होंगे। 6 सितम्बर को बारह वर्ष से कम उम्र वालों की नृत्य प्रतियोगिता, 7 सितम्बर को इसी आयु बाों की भजन प्रतियोगिता, 8 सितम्बर को 12 से अधिक आयु वालों की भजन प्रतियोगिता, 9 सितम्बर को गंज मंदिर की जलयात्रा दोपहर डेढ़ बजे निकाली जाएंगी।
रात्रि में जिनेन्द्र भक्ति भी होगी। 10 सितम्बर को सुगंध दशमी का पर्व दोपहर डेढ़ बजे मनाया जाएगा। 11 सितम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रम और 12 सितम्बर को मेंहदी प्रतियोगिता व 13 सितम्बर को फैंसी ड्रेस मनोज जैन द्वारा, 14 सितम्बर को किला मंदिर की जलयात्रा दोपहर डेढ़ बजे निकलेगी, 15 सितम्बर को अलीपुर की जलयात्रा व सामूहिक क्षमावाण दोपहर डेढ़ बजे और 16 सितम्बर को एकम का भव्य जुलूस रथयात्रा दोपहर साढ़े बारह बजे से किला मंदिर से और रात्रि 9 बजे मदुमन महिला मण्डल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम कराएं जाएंगे।