Wednesday, July 9, 2008

फसल उगते ही कीटों का हमला कृषि विभाग नहीं देता सलाह किसानों का आरोप

जावर 8 जुलाई (नि.सं.)। सोयाबीन की फसल उगने के साथ ही उस पर चूहों व काले कीड़ों ने हमला शुरु कर दिया है। काले कीड़े पत्तों को छिन्न भिन्न कर रहे हैं तो चूहे सोयाबीन को काट रहे हैं इसके बावजूद कृषि विभाग किसानों को कोई किसी प्रकार की सलाह इससे बचाव के लिये नहीं देर रहा है। किसान अपने हिसाब से ही फसल को चूहों व कीड़ों से बचाने का उपाय करने में लगे हैं। कृषक धीरज सिंह ने बताया कि इस वर्ष वैसे ही कम बारिश होने के बावजूद किसानों ने सोयाबीन की बुआई कर दी थी जैसे-तैसे सोयाबीन तो उग आया लेकिन उसके उगने के साथ ही उस पर काले कीड़ों व चूहों ने हमला बोल दिया। यह फसल को काफी नुकसान पहुँचा रहे हैं काले कीड़े तो पत्तों को छिन्न-भिन्न कर रहे हैं वहीं चूहे सोयाबीन को काट रहे हैं खेतों में रापे के रापे कर दिये इतना सब कुछ होने के बावजूद कृषि विभाग का अमला किसानों को फसल को बचाने के लिये कोई उपाय सलाह नहीं दे रहा है। किसान खुद ही अपने हिसाब से फसल को बचाने के उपाय कर रहा है। इसके लिये खेतों में फाली डाल व फोरेट दवाई का छिड़काव कर रहा है। कृषक मोहन सिंह का कहना है कि कम बारिश होने के कारण चूहों ने खेतों में बिल बना लिये और वह लगातार फसल को नुकसान पहुँचा रहे हैं। चूहे फसल को न काटें इसके लिये किसान कीटनाशक दवाई का उपयोग भी कर रहे हैं लेकिन चूहों पर इसका भी कोई असर नहीं हो रहा है। कहने को तो कृषि विभाग का अमला है लेकिन वह किसानों को कोई सलाह देता ही नहीं दिखता। जानकार किसानों का मानना है कि तेज बारिश नहीं होने के कारण ही सोयाबीन फसल पर कीटों का हमला शुरु हो गया। यदि क्षेत्र में तेज बारिश हो जाती है तो फसल पर से कीटों का प्रकोप कम हो सकता है। इस समय क्षेत्र का किसान फसल कीटों से बचाने के लिये कीटनाशक दवाई का छिड़काव खेतों में कर रहे हैं।