Wednesday, July 9, 2008

नागरिक बैंक चुनाव : आरक्षण ने बिगाड़े सारे गणित, विशेष संचालक दिखायेंगे अपना खेल

सीहोर 8 जुलाई (नि.सं.) नागरिक सहकारी बैंक मर्यादित सीहोर में होने वाले चुनावों को लेकर भारी उहापोह की स्थिति मची हुई है, नगर में हर दूसरा आदमी हर तीसरे व्यक्ति से यही कहता मिल रहा है कि नागरिक बैंक का चुनाव लड़ लो। सीहोर नागरिक बैंक के होने वाले चुनावों को लेकर खासा उत्साह है। मतदाता सूची विगत दिवस प्रकाशित हो चुकी और अब इसी पखवाड़े में 15 जुलाई को नामांकन भराये जायेंगे। इस बार आरक्षण के कारण कई लोगों के गणित बिगड़ गये हैं वहीं कुछ नये विशिष्ट संचालकों के चुनावों ने चुनावी माहौल को नया रुप दे दिया है। लोग अपने-अपने कयास लगाने में लगे हैं। पूर्व अध्यक्ष रहे प्रकाश व्यास काका अवश्य इस बार अपनी पैनल उतारने जा रहे हैं जिसका प्रभाव अवश्यंभावी रुप से देखा जा रहा है। काका की पुरानी कार्यशैली ने बैंक पर भी अपनी एक अलग छाप छोड़ रखी है। हालांकि यह चुनाव है और चुनाव में कब क्या हो जाये ? कौन-सा पांसा कब पलट जाये और कौन-सी मिजान गड़बड़ा जाये कहा नहीं जा सकता। इस बार आखिर क्या-क्या बैठेंगे गणित ? और क्या होगी चुनाव की प्रक्रिया इस डालिये हमारे साथ एक नजर।
सीहोर नागरिक सहकारी बैंक के संचालक मण्डल का चुनाव नगर का एक प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव है। इसलिये इसको लेकर खासा उत्साह रहता है। विगत दिवस बैंक की मतदाता सूची का प्रकाशन हो चुका है। बैंक के कुल 4 हजार 264 सदस्यों में 1776 ही ऋणी है इसलिये 1 हजार 776 मतदाता ही इस बार के चुनाव में अपना मतदान करेंगे। सीहोर नागरिक सहकारी बैंक के समस्त 100 प्रतिशत मतदाता सीहोर नगरीय क्षेत्र के ही हैं। मतदाताओं की व्यवस्थित नाम पते सहित सूची तैयार है जिसे बैंक से 200 रुपये देकर प्राप्त किया जा सकता है लेकिन सूची बैंक कार्यालयीन समय में ही उपलब्ध है। 4 बजे तक इसे लिया जा सकता है।
इस बार 12 संचालकों के चुनाव होने हैं लेकिन इस बार मामला बिल्कुल नये ढंग से सामने आया है। जहाँ 7 सामान्य वर्ग के वहीं 1 अनुसूचित जनजाति, 1 अनुसूचित जाति, 1 पिछड़ा वर्ग का रहेगा। लेकिन इसके अलावा 2 अन्य संचालक ऐसे भी इस बार रखे गये हैं जो चार्टड एकाउंटेंट हों अथवा किसी बैंक के प्रमुख प्रबंधक के पद पर काम किये हुए हों ऐसे संचालकों के लिये 2 पद आरक्षित हैं। इन 12 संचालकों में से ही 2 पद महिला आरक्षण के लिये रखे गये हैं।
कौन-सी सीट पर महिला आरक्षण
इस बार अनुसूचित जाति वर्ग के लिये आरक्षित तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिये आरक्षित एक सीट पर महिला वर्ग का आरक्षण हो गया है। इन दोनो ही वर्ग पर अब सिर्फ महिला उम्मीद्वार ही लड़ सकेंगी।
यह दिन है महत्वपूर्ण
नागरिक बैंक के चुनाव के लिये 15 जुलाई का दिन महत्वपूर्ण है। इसी दिन संचालक पद के उम्मीद्वारों के आवेदन लिये जायेंगे। 15 जुलाई को 12 बजे से 4 बजे के बीच 4 घंटे में श्रीराम धर्मशाला सीहोर में इसका कार्य होगा जिसके लिये प्राधिकृत अधिकारी एन.पी. सावनेर रहेंगे। सिर्फ एक दिन ही आवेदन लिये जायेंगे। अगले दिन 16 जुलाई को 12 बजे से आवेदन पत्रों की जांच पुष्टि और फिर प्रकाश किया जायेगा। अगले 17 जुलाई को आवेदन वापसी के लिये रखा गया है। जिसके लिये 11 बजे से 1 बजे तक समय रहेगा। इसके बाद अंतिम उम्मीदवारों की सूची जारी हो जायेगी।
27 को होगा चुनाव मतदान
27 जुलाई को प्रात: 8 बजे से दोपहर पश्चात 4 बजे तक चुनाव होंगे जिसमें सभी 1 हजार 776 मतदाताओं को मतदान करने की पात्रता रहेगी। इस दिन दिनभर संचालक अपने-अपने पक्ष में मतदान कराने के लिये मतदाताओं को छांट-छांट कर लायेंगे। इसी दिन सायं मतगणना भी हो जायेगी।
नागरिक सहकारी बैंक के चुनावों को लेकर राजनीति सरगर्मियाँ भी शुरु हो गई हैं। पूर्व अध्यक्ष रह चुके और बैंक के संस्थापक सदस्यों में से एक प्रकाश व्यास काका ने इस बार अपनी पैनल उतारने का मन बना लिया है। काका ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं, काका पैनल उतारने की बात स्पष्ट रुप से स्वीकार कर रहे हैं । काका का नाम सामने आ जाने से यूँ तो मामला एक तरफा नजर आ रहा है लेकिन पिछले चुनावों का भी यदि स्मरण किया जाये तो स्थिति काफी विकट भी हो सकती है। पिछले बार के चुनाव में जिन धुरंधरों ने अपना कमाल दिखाया था वह भी इस बार चुप नहीं बैठेंगे । इधर नगर भर में हर तीसरा व्यक्ति हर दूसरी व्यक्ति से नागरिक बैंक का चुनाव लड़ने की बात कर रहा है। मतदाताओं में खासा उत्साह है, वह भी चुनाव लड़ने को उत्सुक है। ऐसे में 15 जुलाई को कितने आवेदन भराते हैं यह समय ही बतायेगा। कुछ अन्य लोग भी सीधे पैनल बनाकर उतरने की फिराक में हैं लेकिन इनकी पैनल बन नहीं पा रही है ऐसी सूचनाएं हैं। इस दृष्टि से अभी सिर्फ काका ही पैनल सामने हैं।
भैया आपका आशीर्वाद
मिल जाये तो..........
मजे की बात यह है कि अभी नागरिक बैंक चुनाव की प्रक्रिया और तिथियाँ अभी घोषित ही हुई है लेकिन इसको लेकर लोगों में इतना उत्साह है कि वह अभी से बैंक से जुड़े धुरंधरों और कुछ अधिकारियों तक से आशीर्वाद मांगने पहुँचने लगे हैं। भैया ध्यान रखना आपका आशीर्वाद हो तो चुनाव लडें ज़ैसी बातें यह लोग कर रहे हैं। कुछ लोग ध्यान रखने की बात भी कह रहे हैं जैसे वो बैंक के ठेके दार हों क्योंकि यह तो वक्त ही बतायेगा की चुनाव में क्या होता है।
उल्लेखनीय है कि नागरिक सहकारी बैंक के संचालक मण्डल की पूर्व अध्यक्ष प्रकाश व्यास काका के जमाने से ही यह परम्परा चली आ रही है कि वहाँ कोई संचालक न तो बैठक का भत्ता लेता है और ना ही बैंक से कोई अन्य सुविधा का लाभ लेता है। इस बार तो नियम और भी कड़े हो गये हैं संचालक सहित संचालक के परिजन भी अब बैंक से ऋण नहीं ले सकेंगे। बल्कि जो ऋणी होगा वह संचालक भी नहीं बन पायेगा। कुल मिलाकर ढेर सारे नियमों के साथ इस बार चुनाव हो रहे हैं। फिर भी उत्साह की कोई कमी नहीं है।
सीहोर के लिये यह गर्व की भी बात है कि प्रदेश भर की नागरिक सहकारी बैंकों की वनिस्पत आज सीहोर की बैंक की स्थिति, यहाँ का फर्नीचर काफी अच्छी है। बैंक का नवनिर्माण होने के बाद यहाँ चार चांद लगे हुए हैं। अभी ऊपर की मंजिल पर निर्माण कार्य जारी है जहाँ अध्यक्ष के लिये विशेष केबिन और अन्य मंहगे फर्नीचर का कार्य जारी है।