आष्टा 26 जून (नि.सं.)। साढ़े चार साल पूर्व जब मध्य प्रदेश में चुनाव हुए और भाजपा किस तरह भारी बहुमत से सत्ता में आई उसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने जिस प्रकार नदी में बाढ़ आते वक्त कई प्रकार का कचरा कूडा बाढ़ अपने साथ ले जाती है उसी प्रकार सत्ता में आने के बाद भाजपा में भी कुछ कालनेमी रुपी लोग भाजपा के बनकर भाजपा में घुस आये हैं। भारतीय जनता पार्टी को ऐसे कालनेमियों से सावधान रहने की आवश्यकता है।
भाजपा ही एक मात्र ऐसी पार्टी है जिसमें जमीनी कार्यकर्ता लम्बे संघर्षों के बाद उच्च पदों पर पहुँचता है। जैसे मध्य प्रदेश में चुनाव होने के बाद प्रदेश की कमान उमा भारती उसके बाद बाबूलाल गौर एवं वर्तमान शिवराज सिंह चौहान जिनका राजनैतिक जीवन एक छोटे-से कार्यकर्ता के रुप में शुरु हुआ था और लम्बे संघर्षों के बाद आज वह उच्च पदों पर पहुँचे हैं। भाजपा में उच्च पदों पर पहुँचने वाला व्यक्ति एक कार्यकर्ता ही हो सकता है। उक्त उद्गार आंकलन समिति मध्य प्रदेश के सदस्य श्री तपन भौमिक ने आज स्थानीय शगुन गार्डन में आष्टा विधानसभा क्षेत्र के जावर, आष्टा नगर एवं ग्रामीण के कार्यकर्ताओं नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के संयोजक एवं पालकों की बैठक में कहे। श्री तपन भौमिक ने आगे कहा कि संगठन ने जो पार्टी को मतदान केन्द्र स्तर तक मजबूत करने की योजना बनाकर प्रथम सीढ़ी के रुप में मतदान केन्द्र इकाई को मजबूत करने का कार्य प्रारंभ किया है इस योजना को पश्चिम बंगाल से लिया गया है। विचार मंथन किया गया कि एक ही प्रदेश में 35 साल से एक ही पार्टी की सरकार क्यों काबिज है। जब वहाँ जाकर गहराई से अध्ययन किया गया और पाया कि वहाँ जो भी कुछ है वो मतदान केन्द्र की जो इकाई वो मजबूत है और उसी के परिणाम स्वरुप वहाँ 35 सालों से एक ही पार्टी की सरकार बनती आ रही है।
भाजपा ने भी प्रयास प्रारंभ किये हैं की मतदान केन्द्र स्तर तक की हमारी इकाई भी मजबूती से खड़ी हो। जब तक पार्टी में छोटे कार्यकर्ताओं की पूछपरख नहीं होगी ऊपर तक का संगठन मजबूत नहीं हो पायेगा। प्रथम बैठक के सत्र में तीनों मण्डलों की और पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ता, करण सिंह दादा, माखन सिंह वर्मा, देवकरण सिंह, अनोखीलाल खण्डेलवाल, किशोर सिंह पाटीदार, श्रीराम सोनी, संतोष झंवर, सुशील संचेती, रवि सोनी, बाबूलाल मालवीय, कृपाल सिंह ठाकुर, रमेश गुणवान, उमेश शर्मा, तुलजाराम भोजवानी, सजन सिंह मेवाड़ा, शैलेष वेद्य आदि कार्यकर्ताओं ने तपन भौमिक के सामने अपने विचार रखकर तीन बिन्दुओं पर उन्होने जो सुझाव मांगे थे वो दिये।
बाद में बैठक स्थल पर नगर व ग्राम केन्द्रों के पालक संयोजकों की बैठक हुई। तीसरे सत्र में आष्टा विधानसभा क्षेत्र के प्रबंधन समिति की बैठक हुई। आज की सम्पन्न हुई बैठक में पूर्व विधायक रणजीत सिंह गुणवान, संगठन मंत्री देवी सिंह रघुवंशी, देवी सिंह परमार, धर्म सिंह आर्य, राकेश सेंधव, पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश सुराना, मुकेश बड़जात्या सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।