Saturday, June 28, 2008

अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के लिये स्कालरशिप, दसवीं तक विद्यार्थियों के लिये प्री-मेट्रिक स्कालरशिप की योजना शुरु

सीहोर 27 जून (नि.सं.)। भारत सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने वर्ष 2008-09 के नए शैक्षणिक सत्र के लिए अल्पसंख्यक समुदायों (मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौध्द, पारसी) के कक्षा एक से दसवीं तक के आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए प्री-मेट्रिक स्कॉलरशिप योजना शुरू की है। इस योजना के फार्म सीहोर के गंगा आश्रम स्थित अल्पसंख्यक आयोग के सूचना एवं परामर्श केन्द्र पर भी उपलब्ध है, जिन्हें आगामी 31 जुलाई तक जमा किया जा सकता है।
मध्यप्रदेश राज्य अल्प संख्यक आयोग के सीहोर स्थित गंगा आश्रम क्षेत्र में स्थापित पत्र सूचना एवं परामर्श केन्द्र के समन्वयक श्री ए.आर.शेख मुंशी ने इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि अल्पसंख्यक समुदायों के आर्थिक कमजोर छात्र-छात्राओं में शिक्षा को बढावा देने के लिए यह अभिनव स्कॉलरशिप योजना नए शैक्षणिक सत्र से शुरू की गई है।
योजना का स्वरूप एवं कार्य क्षेत्र
भारत सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने प्री-मेट्रिक स्कॉलरशिप योजना का कार्य क्षेत्र संपूर्ण भारतवर्ष में अल्पसंख्यक समुदायो (मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौध्द, पारसी) के लिए लागू की है। योजना कक्षा 1 से 10 तक के विद्यार्थियों के लिए है जिन्होंने 50 प्रतिशत अंक ग्रेड प्राप्त किया है। साथ ही इनके परिवार की कुल वार्षिक आय एक लाख रूपयों के कम होनी चाहिए। यह स्कॉलरशिप अल्पसंख्यक वर्ग की छात्राओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षित रहेगी।
मध्यप्रदेश में मिलेगा कितनो को लाभ
प्री-मेट्रिक स्कॉलरशिप वर्ष 2008-09 के तहत मध्यप्रदेश राज्य से कुल 9240 छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी। इनमें से मुस्लिम वर्ग से 8170, ईसाई 360, सिख 320 और बौध्द वर्ग से 440 विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप योजना का लाभ मिलेगा।
क्या है स्कॉलरशिप योजना
प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप के तहत कक्षा 6 से 10 के पात्र विद्यार्थियों को एडमिशन फीस के लिए डेस्कॉलर एवं हॉस्टलर को 500 रूपये प्रति वर्ष, टयूशन फीस के लिए डेस्कॉलर एवं हॉस्टलर को 350 रूपये प्रति माह छात्रवृत्ति मिलेगी।
इसके अलावा मेन्टेनेस एलाउन्स 10 माह के लिए कक्षा 1 से 5 के लिए केवल डेस्कॉलर को 100 रूपये प्रति माह तथा कक्षा 6 से 10 के लिए हॉस्टलर को 600 रूपये प्रति माह तथा डेस्कॉलर को 100 रूपये प्रति माह छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा।