Wednesday, April 16, 2008
आष्टा मण्डी में 20 राउण्ड हवाई फायर, आंसु गैस लाठी चार्ज हुआ
आष्टा 15 अप्रैल (सुशील संचेती)। आज आष्टा कृषि उपज मंडी में मंडी प्रशासन की लापरवाही एवं हम्मालों द्वारा कार्य नहीं करने पर ग्राम-ग्राम से आया किसान चिलचिलाती धूप में जब परेशान हो गया तो वो इतना आक्रोशित हो गया की वो वहाँ पहुँची पुलिस से भी नहीं दवा और पहले तो उसने मंडी कार्यालय को घेरा जब उसे लगा की मंडी प्रशासन का रवैय्या भी ढीला-ढाला हैं एवं जो समस्या पैदा हुई है उसका हल करना उसके बुते की बात नहीं है तो आक्रोशित किसानों ने मंडी कार्यालय पर पथराव शुरु कर मुख्यद्वार, अध्यक्ष कक्ष व अन्य कक्षों के कांच फोड दिये। यहाँ पर मंडी व्यापारी संघ के सचिव दिनेश शर्मा की दुपहिया वाहन खड़ा था उसे तथा दीपक सेठी का वाहन फोड़ दिया जब किसान आक्रोशित होकर हिंसा पर उतारु हो गया तब मंडी ने पुलिस को सूचना की । व्यापारी संघ के सचिव दिनेश शर्मा ने मण्डी में उत्पन्न स्थिति से एस.डी.ओ.पी. मनु व्यास को सूचना की तत्काल पुलिस स्थिति की नाजुकता को समझकर टीआई अतिक अहमद खान, एसडीओपी मनु व्यास सादल-बल के जितना बल उपस्थित था को लेकर सुरक्षा कवच पहने मंडी पहुँचा तथा आक्रोशित किसानों को समझाने के प्रयास किये इसी दौरान मंडी के अंदर मंडी सचिव छोटू खान, व्यापारी संघ अध्यक्ष नवनीत संचेती एवं अन्य पदाधिकारियों को मंडी हम्माल संघ के अध्यक्ष भगवान दास कुशवाह से उत्पन्न स्थिति का हल निकालने के लिये चर्चा चल रही थी लेकिन कोई हल नहीं निकल पा रहा था वहीं जब मंडी में अन्दर पत्थर आने लगे तो मंडी के कर्मचारी व सभी लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुँच गये तब आक्रोशित भीड़ को तितर-बितर करने के लिये पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया लेकिन किसान किसी की सुनने को तैयार नहीं थे। ना ही उस वक्त तब स्थानीय प्रशासन का कोई जिम्मेदार अधिकारी वहाँ पहुँचा था बाद में तहसीलदार मंडी में पहुँचे लेकिन भीड़ के आगे वे भी बौने साबित हुए काफी देर बात एसडीएम जी.व्ही.रश्मि मंडी पहुँची लेकिन तब तक मंडी में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो चुकी थी पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिये लाठी चार्ज कर भीड़ को खदेड़ना शुरु कर दिया। बाद में पुलिस ने अश्रु गैस के गोले फेंक और भीड़ को तितर-बितर किया लेकिन इससे किसान और आक्रोशित हो गये और उन्होने पुलिस पर पथराव कर खदेडना शुरु कर दिया । घटना के वक्त पुलिस बल काफी कम था लेकिन जितना भी था उसने एसडीओपी मनु व्यास के नेतृत्व में दबंगता से भीड़ के आक्रोश को रोका जब भीड़ काबू से बाहर हो गई तो पुलिस को मजबूरी में हवाई फायर करना पड़े।