Wednesday, April 16, 2008

एडवोकेट धीरज धारवां ने की अनुकरणीय शुरूआत जन्मदिन पर किये वृक्षारोपण

आष्टा 15 अप्रैल (नि.प्र.)। युवा अधिवक्ता धीरज धारवां ने अपने जन्मदिन पर प्राचीन शंकर मंदिर तथा न्यायालय प्रांगण आष्टा एवं विक्रमपुर में अम्बे माता के दरबार में पहाड़ी पर वृक्षारोपण कर अपना जन्मदिन यादगार रूप से मनाया तथा उन्होंने अपने सभी मित्रों एवं आष्टा तहसील के नागरिकों से अपील की है कि पर्यावरण के वर्तमान बिगड़ते हुये स्वरूप को देखते हुये हर व्यक्ति को अपने जन्मदिन पर एवं अपनी शादी की साल गिरह पर एक-एक पौधा लगाना चाहिये और उसकी देखरेख करना चाहिये क्योंकि वृक्ष सिर्फ प्रकृति का संयोग मात्र नही है, यह अपने में ही सुंदर बस्तु है तथा यह तरह-तरह के रंग, फूल देते हैं तथा पक्षियों को रहने के लिये स्थान देते है तथा हर वृक्ष पृथ्वी के समय चक्र को स्थिर रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । वर्तमान में पेड़ो के प्रति जो सामान्य रूचि का अभाव है उससे यह सिद्ध हुआ है कि पेड़ केवल प्रकृति और नासवान चीज नही है, बल्कि सामुदायिक प्रयासों से पनपने वाली चीज भी है । श्री धारवां ने नेताओं, मंत्रियों एवं अधिकारियों से निवेदन किया है कि वे अपने हर कार्यक्रम में एक वृक्ष लगाने का संकल्प करें तथा अपने मित्रों और सहयोगियों को अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के लिए प्रोत्साहित करे तो ही पर्यावरण संतुलित रह सकता है । और हम सभी इस पर्यावरण को संतुलित रखने में एक अभियान चला सकते है । इस अभियान की शुरूआत पर धारंवा को उनके इष्ट मित्रों ने हार्दिक बधाई दी है ।