Wednesday, April 16, 2008
किसानों पर पुलिस ने आंसु गैस छोड़ी, कई वाहन नष्ट, कांच फूटे, अफरा-तफरी मची
सबसे पहला अश्रु गैस का गोला भीड़ में जैसे ही पहुँचा भीड़ भागी बाद में भीड़ ने मंडी प्रांगण में मंडी कार्यालय के पास ललवानी की दुकान एवं बाहुबली टेडर्स पर पथराव कर व्यापारियों पर जब आक्रमण कर उनकी सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाना शुरु किया। तब पुलिस ने भीड़ को पुन: खदेड़ा कुछ देर के लिये भीड़ तितर-बितर हुई उसके बाद पुन: एकत्रित होकर उसने मंडी प्रांगण में खड़े ट्रकों-मोटर साईकिलों को नुकसान पहुँचाना शुरु कर दिया। खबर है कि कई ट्रकों पर पथराव का कांच फोड़ दिये उसके बाद भीड़ ने व्यापारियों की दुकानों की और रुख किया और पथराव चालू कर दिया। जान-माल की रक्षा के लिये सभी व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों की शटरें बंद कर स्वयं और अपने कर्मचारियों को अंदर बंद कर लिया बाद में भीड़ ने जावक भेंट बंद कर वहां जमकर प्रदर्शन किया। घबरा कर मंडी गेट की सड़क के किनारे की कई दुकानें बंद हो गई जब यह खबर नगर में पहुँची की मण्डी में पथराव हो गया और पुलिस ने गोली चलाई है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिये तब कई लोग मंडी दौड़े और वहाँ का नजारा देखा मंडी में पथराव व अन्य कारणों से जब स्थिति तनाव पूर्ण हो गई तब मंडी के सामने से वाहन गुजरना बंद हो गये। अदालत चौराहे से मंडी के पहले कई वाहन खड़े हो गये। जब एसडीएम जी. व्ही. रश्मि मंडी पहुँची तब तक स्थिति काफी तनाव पूर्ण हो चुकी थी नगर की पूरी प्रेस भी मंडी पहुँच चुकी थी। उसके बाद मंडी कार्यालय में एसडीएम ने व्यापारी संघ अध्यक्ष नवनीत संचेती को समस्या के हल के लिये चर्चा के लिये बुलाया। संचेती के साथ दिनेश शर्मा, डॉ. राजेन्द्र जैन, दीपक सेठी, संतोष झंवर, मुकेश बड़जात्या आदि व्यापारी वहाँ पहुँचे उसके बाद टीआई श्री खान को हम्माल संघ के अध्यक्ष भगवान दास कुशवाह को बुलाने के लिये भेजा लेकिन किसानों का आक्रोश देख अध्यक्ष सहित अन्य हम्माल भूमिगत हो चुके थे और कोई हल निकलता नजर नहीं आ रहा था। आज इतनी बड़ी घटना घट जाने के बाद भी स्थानीय प्रशासन मंडी प्रशासन पंगु नजर आया अगर आज पुलिस प्रशासन सामने नहीं आता तो मंडी की स्थिति क्या होती इसकी कल्पना करना भी बेकार है वहीं किसानों की संख्या और उसके रोष के आगे पुलिस बल कम था उसे आगे ठोस कार्यवाही के लिये बुलाये बल का इंतजार था काफी देर बाद मेहतवाड़ा, जावर, सिध्दिकगंज, मैना से पुलि बल मंडी पहुँचा। उसके बाद सीहोर से बल पहुँचा तब तक मंडी में किसानों को जो कुछ करना था वो कर चुके थे और वे शांत हो गये थे। वहीं किसानों की और से दो युवा किसान सकारात्मक बात लेकर मंडी कार्यालय पहुँचे इनका नाम चेतन सिंह निवासी टीपाखेड़ी एवं मान सिंह ठाकुर खामखेड़ा जत्रा था उन्होने प्रशासन के सामने कहा कि जो भी स्थिति बनी है वो हम्मालों के कारण बनी है हम्माल भाग गये हैं। हम चाहते हैं कि व्यापारी नीलामी चालू करें तौल के कार्य में हम किसान सहयोग कर माल तौल कर लगायेंगे ताकि हमारा माल बिक जाये और हम घर जा सके किसानों ने यह भी बात रखी कि मंडी ऐसे हम्मालों को खोजे जिनके कारण आज यह स्थिति बनी और उन पर ठोस कार्यवाही करें।