पार्वती, जमोनिया, भगवानपुरा पर अनेक कार्य प्रस्तावित
सीहोर 3 अप्रैल (नि.सं.)। नगर पालिका परिषद सीहोर द्वारा तैयार की गई 14 करोड़ 82 लाख 93 हजार रुपयों की कार्ययोजना यूआईडी एसएसएमटी योजना के तहत मंजूर होना भविष्य के लिये सुखद संकेत है। पार्वती नदी, जमोनिया और भगवानपुरा जलाशय से नगर में पेयजल प्रदाय प्रस्तावित रहेगा, जो इस योजना को केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के विशेष प्रयासों से स्वीकृति मिली है इसके लिये राकेश राय ने श्री पचौरी का आभार व्यक्त किया है।
जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे पेयजल की मांग बढ़ी जा रही है और उपलब्ध जलस्त्रोत एवं जलभंडारण के स्थानों की जलभंडारण संख्या एवं क्षमता अत्यंत कम महसूस हो रही है। इस बात को देखते हुए नगर पालिका ने समय से पहले सजग रहकर जनहित में एक बड़ी कार्ययोजना बनाई जिस पर आगामी दिनों में अमल होना प्रस्तावित है। नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय के अनुसार सीहोर शहर वर्तमान में भोपाल से महज 36 किलो मीटर दूर है, जिसकी जनसंख्या 2001 की जनगणना के मान से 92518 है जो इसी प्रकार से बढ़ती रही तो वर्ष 2040 तक 1 लाख 47 हजार 500 हो जायेगी। जनसंख्या के बढ़ते क्रम को देखते हुए नगर पालिका ने पेयजल प्रदाय की यह योजना बनाई है जिसके तहत शहर में पार्वती नदी, जमोनिया और भगवानपुरा जलाशयों से पेयजल प्रदाय सुनिश्चित किया जा सकेगा। जमोनिया तालाब पर पंपहाउस फिल्टर प्लांट बनेगा तथा क्षमता 8.50 एम.एल. डी.रहेगी। इंटेकवेल भी जमोनिया जलाशय पर बनेगा जिसकी ऊँचाई 15 मीटर एवं चौड़ाई 6 मीटर रहेगी यहाँ टरबाइन पंप लगेंगे।
काहिरी में वर्टिकल टरबाइन पंप लगना प्रस्तावित है। भगवानपुरा जलाशय में इंटेकवेल बनेगा जो 6 मीटर चौड़ा और 15 मीटर लंबाई रहेगी। टरवाइन पंप भी भगवानपुरा जलाशय पर लगेगा। शहर के भोपाल नाके पर दो ओव्हरहेड टैंक और गंगाआश्रम, जमोनिया पर एक-एक ओव्हर हेड टँक बनेंगे। इस योजना को पूरा होने में लगभग 110 माह का समय लगेगा जिसकी लागत 14.82 लाख 93 हजार रहेगी।
कार्ययोजना में ऐसी संभावना व्यक्त की गई है कि वर्ष 2010 में सीहोर नगर की जनसंख्या 1 लाख 2 हजार होती है तो 15.39 एमएलडी पानी की आवश्यकता रहेगी। सन् 2025 में 122000 जनसंख्या होने पर 18.50 एमएलडी पानी लगेगा तथा वर्ष 2040 में जनसंख्या 147500 होने पर 22.50 एमएलडी पानी लगेगा ।
जमोनिया के ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 8.10 एमएलडी भगवानपुरा की 6.75 एमएलडी रहेगी तथा काहिरी के 6.30 एमएलडी जमोनिया के 6.60 एमएलडी और भगवानपुरा से 5.75 एमएलडी पानी मिल सकेगा।
वर्तमान में 8 एमएलडी पानी उपलब्ध रहता है और भंडारण होता है जिसमें से 7.50 एमएलडी पानी सप्लाई हो पाता है जो 5.00 एमएलडी पार्वती नदी से, 1 एमएलडी नलकूपों से, 2 एमएलडी जमोनिया जलाशय से आता है। जानकारी है कि काहिरी में बनने वाले ओव्हरहेड टैंकर की क्षमता 5.55 एमएस रहेगी जो 38570 लोगों को पेयजल उपलब्ध करा सकेगी। इसी प्रकार जमोनिया में बनने वाले 6.5 एम.एल. के ओवर हेड टैंक से 43880 लोगों को पेयजल उपलब्ध होगा जबकि भगवानपुरा जलाशय ओव्हरहेड टैंक की क्षमता 5.40 एम.एल. रहेगी जिससे 39600 लोगों को पानी उपलब्ध हो सकेगा।
नपाध्यक्ष राकेश राय में बताया कि यूआईडी एसएसएमटी योजना के क्रियान्वयन में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जा रही है जब इस योजना का कार्य पूरा हो जायेगा तो जनसंख्या के बढ़ते दबाव के बीच भी लोगों को पर्याप्त पेयजल समय पर मिल सकेगा। जहाँ तक वर्तमान में जलसंकट का सवाल है, जिला प्रशासन एवं पार्षदों तथा निकाय के अधिकारियों और कर्मचारियों के सहयोग से सामंजस्यता पूर्वक लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। शहर में किस दिन किस क्षेत्र में पेयजल प्रदाय होगा उसकी जानकारी पहले ही सार्वजनिक की जा चुकी है जिन स्थानों पर पानी की टंकियाँ रखवाई गई है उन्हे टैंकरों से भरा जा रहा है।
सीहोर 3 अप्रैल (नि.सं.)। नगर पालिका परिषद सीहोर द्वारा तैयार की गई 14 करोड़ 82 लाख 93 हजार रुपयों की कार्ययोजना यूआईडी एसएसएमटी योजना के तहत मंजूर होना भविष्य के लिये सुखद संकेत है। पार्वती नदी, जमोनिया और भगवानपुरा जलाशय से नगर में पेयजल प्रदाय प्रस्तावित रहेगा, जो इस योजना को केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के विशेष प्रयासों से स्वीकृति मिली है इसके लिये राकेश राय ने श्री पचौरी का आभार व्यक्त किया है।
जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे पेयजल की मांग बढ़ी जा रही है और उपलब्ध जलस्त्रोत एवं जलभंडारण के स्थानों की जलभंडारण संख्या एवं क्षमता अत्यंत कम महसूस हो रही है। इस बात को देखते हुए नगर पालिका ने समय से पहले सजग रहकर जनहित में एक बड़ी कार्ययोजना बनाई जिस पर आगामी दिनों में अमल होना प्रस्तावित है। नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय के अनुसार सीहोर शहर वर्तमान में भोपाल से महज 36 किलो मीटर दूर है, जिसकी जनसंख्या 2001 की जनगणना के मान से 92518 है जो इसी प्रकार से बढ़ती रही तो वर्ष 2040 तक 1 लाख 47 हजार 500 हो जायेगी। जनसंख्या के बढ़ते क्रम को देखते हुए नगर पालिका ने पेयजल प्रदाय की यह योजना बनाई है जिसके तहत शहर में पार्वती नदी, जमोनिया और भगवानपुरा जलाशयों से पेयजल प्रदाय सुनिश्चित किया जा सकेगा। जमोनिया तालाब पर पंपहाउस फिल्टर प्लांट बनेगा तथा क्षमता 8.50 एम.एल. डी.रहेगी। इंटेकवेल भी जमोनिया जलाशय पर बनेगा जिसकी ऊँचाई 15 मीटर एवं चौड़ाई 6 मीटर रहेगी यहाँ टरबाइन पंप लगेंगे।
काहिरी में वर्टिकल टरबाइन पंप लगना प्रस्तावित है। भगवानपुरा जलाशय में इंटेकवेल बनेगा जो 6 मीटर चौड़ा और 15 मीटर लंबाई रहेगी। टरवाइन पंप भी भगवानपुरा जलाशय पर लगेगा। शहर के भोपाल नाके पर दो ओव्हरहेड टैंक और गंगाआश्रम, जमोनिया पर एक-एक ओव्हर हेड टँक बनेंगे। इस योजना को पूरा होने में लगभग 110 माह का समय लगेगा जिसकी लागत 14.82 लाख 93 हजार रहेगी।
कार्ययोजना में ऐसी संभावना व्यक्त की गई है कि वर्ष 2010 में सीहोर नगर की जनसंख्या 1 लाख 2 हजार होती है तो 15.39 एमएलडी पानी की आवश्यकता रहेगी। सन् 2025 में 122000 जनसंख्या होने पर 18.50 एमएलडी पानी लगेगा तथा वर्ष 2040 में जनसंख्या 147500 होने पर 22.50 एमएलडी पानी लगेगा ।
जमोनिया के ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 8.10 एमएलडी भगवानपुरा की 6.75 एमएलडी रहेगी तथा काहिरी के 6.30 एमएलडी जमोनिया के 6.60 एमएलडी और भगवानपुरा से 5.75 एमएलडी पानी मिल सकेगा।
वर्तमान में 8 एमएलडी पानी उपलब्ध रहता है और भंडारण होता है जिसमें से 7.50 एमएलडी पानी सप्लाई हो पाता है जो 5.00 एमएलडी पार्वती नदी से, 1 एमएलडी नलकूपों से, 2 एमएलडी जमोनिया जलाशय से आता है। जानकारी है कि काहिरी में बनने वाले ओव्हरहेड टैंकर की क्षमता 5.55 एमएस रहेगी जो 38570 लोगों को पेयजल उपलब्ध करा सकेगी। इसी प्रकार जमोनिया में बनने वाले 6.5 एम.एल. के ओवर हेड टैंक से 43880 लोगों को पेयजल उपलब्ध होगा जबकि भगवानपुरा जलाशय ओव्हरहेड टैंक की क्षमता 5.40 एम.एल. रहेगी जिससे 39600 लोगों को पानी उपलब्ध हो सकेगा।
नपाध्यक्ष राकेश राय में बताया कि यूआईडी एसएसएमटी योजना के क्रियान्वयन में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जा रही है जब इस योजना का कार्य पूरा हो जायेगा तो जनसंख्या के बढ़ते दबाव के बीच भी लोगों को पर्याप्त पेयजल समय पर मिल सकेगा। जहाँ तक वर्तमान में जलसंकट का सवाल है, जिला प्रशासन एवं पार्षदों तथा निकाय के अधिकारियों और कर्मचारियों के सहयोग से सामंजस्यता पूर्वक लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। शहर में किस दिन किस क्षेत्र में पेयजल प्रदाय होगा उसकी जानकारी पहले ही सार्वजनिक की जा चुकी है जिन स्थानों पर पानी की टंकियाँ रखवाई गई है उन्हे टैंकरों से भरा जा रहा है।