सीहोर 14 जून (नि.सं.)। सीवन नदी में यूं तो पानी की चोरी का किस्सा नया नहीं हैं यहाँ 12 महिने पानी की चोरी खुले आम होती है और बढ़ियाखेड़ी तथा कस्बाई क्षेत्र में तो नदी किनारे की जमीनों पर नदी से पानी ले-लेकर खेती भी चलती रहती है लेकिन इस बार तो हद यह हो गई की कस्बा क्षेत्र में कई लोगों ने नदी में मोटरें डाल दी एक ने तो बकायदा जलपरी ही नदी में पटक दी।
नगर में एक तरफ भयावह जल संकट का दौर रहता है ओर दूसरी और सीवन नदी में पानी की चोरी का क्रम कभी टूटता ही नहीं है। जिला प्रशासन से कई बार कहने के बाद भी वह सीवन नदी से हो रही खुले आम पानी की चोरी को रोकने के लिये सक्रिय नहीं होता। पूरे वर्ष में सिर्फ एक बार ही पिछले दिनों प्रशासन की सक्रियता के चलते कुछ मोटरें पकड़ाई थीं लेकिन अभी भी बढ़ियाखेड़ी और कस्बा क्षेत्र के आसपास ढेर सारी मोटरें सीवन नदी में डली हुई हैं। पानी की चोरी करती यह मोटरें धीरे-धीरे बड़े हार्स पावर की इस्तेमाल की जाने लगी है। सीवन के किनारे सटे अधिकांश खेत मालिक नदी से पानी चुराने से बाज नहीं आते हैं। कुछ खुले आम तो कुछ छुपकर रात के समय मोटर डालते हैं।
इस बार कस्बा जनता घांट के आसपास तो कुछ लोगों ने जलपरी मोटर ही डाल दी थी और खुले आम पानी की चोरी की थी। उल्लेखनीय है सिंचाई विभाग को भारी भरकम रकम चुकाने के बाद भगवान पुरा तालाब से सीहोर की सीवन नदी के लिये पानी छोड़ा जाता है तब जाकर नगर के सभी पेयजल स्त्रोत कुएं, बावड़ी और नलकूर रिचार्ज हो पाते हैं लेकिन पानी चोर सीवन को समय से पहले ही खाली कर देते हैं।