Thursday, October 23, 2008

नेताओं के यहाँ कर्मचारी दिखे तो उनकी खैर नहीं

      सीहोर 22 अक्टूबर (नि.सं.)। नगर के ऐसे अनेक राजनेता है जिनके यहाँ विभिन्न विभागों के कर्मचारी काम करते हैं। इन्हे वेतन तो विभाग से मिलता है, लेकिन यह उपस्थिति नेताजी के घर की लगाते हैं। पूरा काम वह नेताजी का ही किया करते हैं। कुछ तो उनके पिट्ठू हो गये हैं, कुछ मजबूर हैं। जो भी हैं लेकिन चुनाव आयोग के सख्त निर्देशों के बाद अब ऐसे कर्मचारियों की खैर नहीं है। ऐसे कर्मचारियों पर चुनाव आयोग की बारीक नजर लगी हुई है...।

      आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान चुनाव आयोग जहाँ शासकिय सम्पत्तियों का निजी उपयोग होने से रोकने पर ध्यान दे रहा है वहीं शासकिय कर्मचारियों द्वारा जिन निजी नेताओं की सेवा की जा रही है उन पर विभाग की नजर टेढ़ी है।

      नगर में ऐसे कई लोग हैं जो खाते तो विभाग की हैं पर बजाते अपने नेताजी की हैं। विशेषकर नगर पालिका कार्यालय, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, मण्डी कमेटी, जिला पंचायत विभाग, जनपद पंचायत विभाग, जिला सहकारी बैंक जैसी संस्थाएं निगाह में हैं। यहाँ के लोगों की सूचियाँ बनना जारी है। देखते हैं आगामी दिनों में क्या होता है।