सीहोर 13 सितं.(नि.सं.)। क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक रमेश सक्सेना की हर एक अदा निश्चित ही जनता के दिलों पर अमिट हो जाती है, कुछ ही एक घटना तब घटी जब मुख्यमंत्री जी सीहोर में सभा स्थल पहुँचे तब विधायक जी ने अपने अनुभवों का फायदा उठाते हुए अचानक मुख्यमंत्री जी को जनता के बीच में ला दिया और जनता खुशी में जयकारे लगाने लगी।
यूँ तो भाजपा की जनआशीर्वाद रैली का पुलिस ने चाकचौबंद व्यवस्था की थी। पहली बाद देखने में आया था कि पुलिस ने बहुत अधिक माकूल व्यवस्था किसी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सीहोर नगर में की थी। भारी संख्या में पुलिस बल तो था ही बल्कि हर जगह बेरीकेट्स से लेकर जाने कितने सुरक्षा के इंतजाम मोजूद थे। बल्कि सभा स्थल पर विद्युतीय तरंगों वाला विशेष दरवाजा भी लगवाया गया था जिससे होकर सभा स्थल में प्रवेश कराने की व्यवस्था थी ।
पुलिस चाहती थी कि मुख्यमंत्री जी पूरी तरह सुरक्षित रुप से सीहोर पहुँचे और खजांची लाईन से गली में से होकर सीधे बड़ा बाजार में बने मंच पर आ जायें जबकि सूत्रों के अनुसार विधायक जी चाहते थे कि मंच के सामने एक पट्टी कारपेट बिछाई जाये और जब मुख्यमंत्री जी आये तो जनता के बीच में से होकर आये तभी जनआशीर्वाद रैली का महत्व बढ़ेगा लेकिन पुलिस अधिकारी ऐसा नहीं चाहते थे उन्होने ऐसी व्यवस्था होने भी नहीं दी।
पुलिस की पूरी व्यवस्था अत्याधिक सुरक्षा के साथ थी। लेकिन देर रात जब मुख्यमंत्री का काफिला सभा स्थल पर 12.40 बजे पहुँचा तो अचानक मुख्यमंत्री के वाहन में सवार विधायक जी ने बड़ा बाजार मुहाने पर वाहन रुकवा दिया। जबकि इनके साथ के सारे नेता आगे बढ़कर खजांची लाईन में प्रवेश कर चुके थे। पुलिस भी मुख्यमंत्री के आने का मंच के पीछे इंतजार कर रही थी। उधर अचानक विधायक श्री सक्सेना ने वाहन रुकवाया और मुख्यमंत्री को उतरवा लिया और सभा स्थल में जनता के पीछे से प्रवेश करवा दिया। इसे देख पुलिस के वरिष्ठ अधिक ारी जो यह नहीं चाहते थे उनकी त्योरियाँ बहुत तेज चढ़ी लेकिन विधायक जी के आगे और मुख्यमंत्री की उपस्थिति में पुलिस कुछ नहीं कर सकी।
पुलिस की दिनभर की मेहनत, सुरक्षा व्यवस्था, चाक-चौबंदी सारी धरी की धरी रह गई और विधायक जी मुख्यमंत्री को मंच के सामने बैठी जनता के बीच में से लेकर सीधे मंच तक ले आये। मुख्यमंत्री के इस प्रकार सभा स्थल पर प्रवेश करने से जनता खुशी में झूम-सी गई। और जनता ने जयकारों के नारे लगाये ।
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