पुलिस ने कहा : सुबह 5 बजे बाद सर्राफा बाजार स्थित मुख्य द्वार से ताल तोड़कर घुसे चोर, - जैन समाज में रोष राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा
सीहोर 15 जुलाई (नि.सं.)। छावनी सर्राफा बाजार में एक और सनसनीखेज चोरी ने आज यहाँ सबको स्तब्ध कर दिया जब दिगम्बर जैन मंदिर के मुख्य द्वार का ताला तोड़कर आराम से चोर अंदर घुसे और चार दानपेटी तोड़कर रुपये निकाल ले भागे। उन्होने बहुत ऊपर टंगे चाँदी के छत्र भी नहीं छोड़े । हजारों रुपये की इस चोरी के बाद पुलिस ने यह कहा है कि चोर सुबह 5 बजे के बाद आया है और दिन में ही उसने चोरी की। आज की घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया है। डेढ़ साल पूर्व एक वेलर्स की दुकान से पूरा सामान चोरी जाने की घटना के बाद यह दूसरी बड़ी घटना है। आज विधायक रमेश सक्सेना ने भी मंदिर आकर स्थिति का जायजा लिया। जैन समाज में पुलिस की कार्यप्रणाली के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
एक बार फिर पुलिस की रात्रि गश्त और उसकी कार्यप्रणाली को अज्ञात चोरों ने ठेंगा दिखा दिया। सर्राफा बाजार में मार्च 2007 में सुबह-सुबह हरि सोनी की नई दुकान को पूरी तरह साफ करके कुछ अज्ञात लुटेरे ले गये थे जिन्हे पुलिस आज तक ढूंढ नहीं पाई। उसी समय से जब मामला गर्माया था तो पुलिस ने कथित रुप से यह कहा था कि हम एक चार की गार्ड सर्राफा बाजार में विशेष रुप से लगा रहे हैं। विशेष रात्रि गश्त की बात कही गई थी।
लेकिन आज सवा साल बाद एक बार फिर सनसनीखेज चोरी काण्ड में दिगम्बर जैन मंदिर से करीब एक लाख रुपये से अधिक का सामान चोरी चला गया है। यहाँ मुख्य द्वार के ताले नहीं टूटने पर कुंदा ही चोरों ने तोड़ दिया फिर वह अंदर घुसे और अंदर रखी चार दानपेटियाँ खटा-खट उन्होने तोड़ ली। एक दीवार में लगी पेटी भी उन्होने तोड़ी। सभी दान पेटियों में से नोट सारे चोरों ने बीन लिये और उसमें रखे करीब 15 किलो से अधिक के सिक्के जो 2-4 हजार के होंगे उन्हे उन्होने नहीं उठाया। इसी प्रकार भगवान की प्रतिमा के ऊपर लगे चाँदी के बडे छत्र जिन पर सोने का पालिश था उन्हे भी चोरों ने बड़ी तरकीब से निकाल लिया। इतना ही नहीं प्रतिमा जी के पीछे लगे एक चक्र को भी इन्होने निकाल लिया और रफूचक्कर हो गये। आज सुबह जब जैन समाज के पुजारी और अन्य लोगों ने मंदिर में यह घटना देखी तो वह स्तब्ध रह गये। पुलिस को सूचना की गई। पुलिस ने गंभीरता से मामले को लिया और जांच भी की। आज सूचना के करीब 4 घंटे बाद पुलिस का एक स्पेशल डाग भी आया जिसने चोर के आने-जाने की दिशा तय की।
पुलिस का स्पष्ट मानना है कि रात 4.30 बजे तक यह चोरी नहीं हुई है क्योंकि यहाँ एक गाड पहरा दे रहा था और उसके सामने यह घटना नहीं घटी है। पुलिस का मानना है कि घटनाक्रम 5 बजे के बाद हुआ है। इधर मोहल्ले वाले सुबह 5 बजे मुख्य द्वार से हुई चोरी की घटना को लेकर अचरज मे हैं। उनका मानना है कि सुबह तो अधिकांश लोग उठ जाते हैं, मोहल्ले में कुछ लोग सुबह से उठकर एक बारगी बाहर तक निकल आते हैं फिर सुबह यह घटना कब किसी चोर ने ली यह बात समझ नहीं आती।
कुल मिलाकर पुलिस ने यह तो तय कर ही दिया है कि चोरी 5 बजे बाद हुई है। तो ऐसे में क्या इसे दिन की सनसनीखेज चोरी माना जाये ?
आज यहाँ क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक रमेश सक्सेना भी घटना की सूचना मिलते ही पहुँचे। उन्होने यहीं पुलिस से बातचीत की कि पूर्व में जो चोरी हरि सोनी की दुकान पर हुई थी वह भी सुबह-सुबह ही हुई थी और इस बार यह चोरी सुबह ही हुई है तो फिर पुलिस अब आगे से इस क्षेत्र में गश्ती करने वाले को सुबह 6 बजे तक गश्त करने के लिये पाबंद करे ताकि ऐसी घटना दुबारा ना हो सके। उक्त निर्देश पुलिस को विधायक जी ने दिये। आज जैन समाज में घटना को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त था। आज जैन समाज ने रायपाल महोदय के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें उन्होने श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर चरखा लाईन की चोरी के साथ ही पूर्व में भी हुई चोरियों की जानकारी बताते हुए कहा कि पुलिस आज तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है। 2006 में श्वेताम्बर जैन मंदिर इसी मार्ग पर चोरों ने दीवार में सेंध लगाकर चोरी करने का प्रयास किया था। वर्ष 07 मार्च में इंग्लिशपुरा स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में चोरों ने बहुमूल्य सामग्री व नगदी चोरी की थी। सर्राफा बाजार जो आर्थिक लेन-देन का बडा क्षेत्र है वहाँ एक सर्राफा व्यावसायी हरि सोनी के यहाँ डकैती भी हो चुकी है। तब डीआईजी ने विशेष सुरक्षा के पुलिस को निर्देश दिये थे। जैन समाज ने जैन मंदिरों की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन से गंभीरता से कदम उठाने की मांग की है। अन्यथा जैन समाज द्वारा अंहिसात्मक आंदोलन धरना प्रदर्शन आदि के लिये विवश होने की बात कही है।
आज पुलिस ने उक्त मामले में मात्र 20 हजार रुपये के सामान चोरी जाने का मामला दर्ज किया है।