Wednesday, July 16, 2008

उपपंजीयक कार्यालय आग के हवाले अचल सम्पत्तियों के हजारों दस्तावेज स्वाहा

सीहोर 15 जुलाई (नि.सं.)। उप पंजीयक कार्यालय में देर रात किन्ही कारणों से लगी आग ने एक तरह से तबाही मचा दी। रात भर आग ने यहाँ रखी हजारों फाईलों में कैद करोड़ो रुपये अचल सम्पत्तियों के दस्तावेजों को स्वाहा कर दिया गया। दो लकड़ी अलमारी पूरी तरह खाक हो गई।
बमुश्किल सुबह अग्निशामक वाहन ने यहाँ आग पर काबू किया। 1880 से लेकर आज तक उर्दू से लेकर हिन्दी और अंग्रेजी तक सवा सौ साल के रिकार्ड आग के हवाले हो गये। इस बड़ी घटना से जहाँ विभाग स्तब्ध था वहीं नगर में चर्चाएं फैल गई कि अब सम्पत्ति के कहीं नकली कागजात तो लोग नहीं बना लेंगे ? इस आग से क्या-क्या नुकसान होगा इस संबंध में फुरसत ने जानकारी संग्रहित की है।
तहसील कार्यालय स्थित उपपंजीयक कार्यालय में देर रात संभवत: बिजली के तारों में हुए शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। जिस कमरे में आग लगी उसी में विशेष रुप से सारे महत्वपूर्ण दस्तावेजों का संग्रहण था। करीब 10 अलमारिया लोहे की तथा शेष लकड़ी थी। छोटे-से कमरे में सन् 1800 के जमाने के उर्दू के दस्तावेज भी थे और तब से ही आज तक के समस्त प्रमुख दस्तावेज यहाँ रखे गये थे। रात यहाँ लगी आग ने सबसे पहले एक कु छ फाईलों के बाद दरवाजे के पास रखी एक लकड़ी की अलमारी को चपेट मे लिया जो पूरी जलकर स्वाहा हो गई। इसके पास ही रखी दूसरी लकड़ी की अलमारी भी इसकी चपेट में आ गई। अन्य लोहे की अलमारियों के ऊपर ढेर सारे दस्तावेज रखे गये थे उनमें आग लग गई। सुबह करीब 5 बजे सबसे पहले यहाँ एक व्यक्ति दूर से धुंआ उठता हुआ देखा जिस पर उसने संबंधित चौकीदार भृत्य को सूचना दी। इसके बाद अगि्शामक वाहन ने आकर यहाँ आग बुझाई।
हाल ही में वरिष्ठ उप पंजीयक के पद पर आमद दे चुके यू.सी. बंसल ने इस संबंध में फुरसत को बताया कि हालांकि महत्वपूर्ण कागजातों का नुकसान तो हुआ लेकिन बहुत सी फाईले रजिस्टर कोने से जले हैं जिन्हे व्यवस्थित कर लिया जायेगा। साथ ही अभी कुछ समय लगेगा जिसमें यह पता लगा सकें कि कौन-कौन से कागजात जले हैं। बंसल के अनुसार यहाँ रखे दस्तावेज अचल सम्पत्तियों के रहते हैं। जिसमें जमीन संबंधी दस्तावेज सहित अन्य फाईलें भी रहती हैं। लेकिन किसी भी सम्पत्ति के मूल रिकार्ड सिर्फ यहीं रखे दस्तावेज के आधार पर तय नहीं किया जाता बल्कि रेवेन्यू में भी रिकार्ड होता है। उन्होने बताया कि कई बार न्यायालय में किसी विवाद के समय सिविल के मामलों में जब कभी कोई पुष्टि करने के लिये पंजीयक कार्यालय से रिकार्ड बुलाया जाता है तो संभवत: ऐसे कुछ मामलों में दिक्कत आ सकती है क्योंकि जो रिकार्ड जला है वह प्रस्तुत आवश्यकता पढ़ने पर नहीं किया जा सकेगा। कुछ लोगों सर्टीफाईड कापी चाहिये होती है वह भी यहीं से दी जाती है जो रिकार्ड जल गया है उसकी कापी अब उन्हे मिलने में मुश्किल आयेगी।
पहले से ही कह दिया था...
सूत्रों के अनुसार करीब 15 दिन पूर्व ही एक व्यक्ति ने यहाँ लगी घटिया विद्युत तारों के चलते हो रहे शार्ट सकिर् ट की जानकारी दी थी। उसने कहा था कि सर्किट से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है इसलिये यहाँ तार बदलवा दिये जायें। आज भोपाल से विशेष जांच दल भी यहाँ आया था।


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