Wednesday, June 18, 2008

व्यापारी ने सोने का हार नगदी किसान को लौटाये

खाचरौद 17 जून (नि.प्र.)। ग्राम में लगने वाले साप्ताहिक हाट में आये आष्टा के दो गल्ला व्यापारियों ने ईमानदारी का परिचय दिया । हुआ यूं की खाचरौद निवासी हजारीलाल के यहां वोवनी के बाद कुछ सोयाबीन बचा था उसने घर में एक थैली में रख दिया उस थैली में उसकी पत्नि ने अपना सोने का हार एवं दो हजार रुपये घुपाकर रख दिये । हाट के दिन पुत्र से कहा सोयाबीन बेच आये और वो खेत पर चली गई लेकिन वो हार और नगदी निकालना भूल गई । पुत्र सोयाबीन बेचकर आ गया जिस व्यापारी राजमल साहू एवं राजेश सोनी ने उक्त सोयाबीन खरीदा था उन्होंने देखा तो वे दंग रह गये की सोयाबीन में हार और नगदी रखे है । दोनो व्यापारियों ने ईमानदारी का परिचय दिया और उसे खोजा पता लगाकर हजारी के यहां उक्त रकम और नगदी लौटाये व्यापारियों की उक्त ईमानदारी की ग्रामीणों ने खुल कर प्रशंसा की । ऐसा नही है कि आज भी इस युग में अभी ईमानदारी जिन्दा है । हार की कीमत लगभग 30 से 35 हजार बताई गई है ।