सीहोर 16 जून (नि.सं.)। भाजपा संगठन के खिलाफ 13 पार्षदों की खुली लड़ाई समझाईश के बाद जब से नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ हुई है तब से आये दिन कुछ न कुछ नया नाटक होना शुरु हो गया है। अब दो-तीन दिन से कुछ अज्ञात पार्षद अथवा कोई अन्य व्यक्ति पार्षद के नाम से नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ पर्चा बांट रहा है। पर्चा प्रथा सीहोर के लिये नई नहीं है वर्षों से यह प्रथा नगर में चल रही है लेकिन इस बार जो पर्चे अध्यक्ष के खिलाफ बंटे हैं उनमें कोई ठोस बात नहीं कहीं गई है और बांटने वाले भी डरे हुए प्रतीत हो रहे हैं। आखिर क्या है पर्चा बांटने के पीछे की कहानी ? और जनता से क्या की गई है अपील आईये डालते हैं इस पर एक नजर....।
नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ कुछ अज्ञात लोगों ने जिन्होने खुद को पार्षदगण लिखा है पर्चे बांटे हैं। पर्चे में नगर पालिका अध्यक्ष पर एक-दो लाख नहीं बल्कि सीधे-सीधे 1 करोड़ रुपये से अधिक का भ्रष्टाचार कराये जाने का आरोप लगाया है। पर्चे का शीर्षक है सीहोर नगर की जनता से अपील और लिखा है जनता जर्नादन जागो। अज्ञात पार्षदगण ने 7 बिन्दुओं के साथ अपनी बात कहते हुए कहा है हम पार्षदगण जनता से अपील करते हैं कि आपके वार्ड एवं मोहल्ले में बनाये गये कांक्रीट रोड जो की उखड़ गये हैं आप ऐसे भ्रष्ट तरीके से कार्य करवाने वाले अध्यक्ष राकेश राय का विरोध करें और अपने वार्ड में न घुसने दें। जिससे आगे होने वाले निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार न हो सके। साथ ही जो वादे आपसे किये गये हैं वे पूरा नहीं करते हैं तब तक राकेश राय का विरोध करें। इस अपील के साथ ही पार्षदगणों ने आरोप लगाते हुए जनता से कहा है कि आपके वार्ड में क्रांकीट रोड जिसका भूमि पूजन अध्यक्ष राकेश राय ने किया था वो उखड़ गये हैं उनके निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है और अध्यक्ष ने रातों-रात उनका भुगतान भी कर दिया है जबकि कांक्रीट रोड तीन माह में ही उखड़ गये, खराब हो गये फिर इनका भुगतान क्यों किया गया?
अन्य आरोप है कि शासन एवं नगर पालिका निधि से बनाये गये 3 करोड़ के कांक्रीट रोड उखड़ गये हैं, नगर के सड़क निर्माण के लिये शासन बार-बार रुपया थोड़े ही देगा अध्यक्ष के भ्रष्टाचार से कराये गये कार्य से सड़क उखड़ गई है।
एक और आरोप लगाते हुए कहा है कि एक वार्ड में (पर्चे बांटने वालों द्वारा यहाँ वार्ड का नाम नहीं लिखा गया) जनभागीदारी से कुएं का निर्माण कराया गया था उसका विधानसभा में नगर पालिका सीहोर ने उत्तर दिया था एवं आयुक्त कार्यालय में भी विधानसभा का रिकार्ड है। लेकिन राके श राय अध्यक्ष नगर पालिका ने भ्रष्टाचार के चलते उपरोक्त कुएं का भुगतान नगर पालिका निधि से कर दिया। (बिना वार्ड बताये लगाये इस आरोप का कोई सिर पैर समझ से परे है)।
इसी प्रकार एक अन्य आरोप है कि कई जगह ऐसी हैं जहाँ कार्य नहीं हुआ है और उसका भुगतान कर दिया गया है, उदाहरण के लिये सिर्फ वार्ड 17 में कांक्रीट रोड भुगतान जो बनी ही नहीं है। (यहाँ भी वार्ड में कौन-सी सड़क कहाँ से कहाँ तक की है इसका उल्लेख नहीं किया गया, सिर्फ धूल में लट्ठ घुमाया गया है)।
इन्ही पार्षदों का एक आरोप है कि काहिरी में पोखलीन मशीन कार्य का लगभग 4 लाख रुपये का बिल फर्जी है और भ्रष्टाचार के तहत बनाकर किया गया है। जबकि मशीन ने 50 हजार से अधिक का कार्य किया ही नहीं।
एक अन्य आरोप यह है कि काहिरी में हाजी नसीम के खेत पर 5 टयूबवेल बोर खनन किये गये जबकि शासन द्वारा जमीन के अधिग्रहण की कार्यवाही नहीं की गई और न ही इसके लिये शासन से मंजूरी ली गई है। क्या काहिरी में और कोई किसान की भूमि नहीं थी जहाँ टयूबवेल खोदे जा सकते थे? आरोप है कि राकेश राय के हाजी नसीम से परिचय है और उसे लाभ पहुँचाने के लिये नगर पालिका की राशि खर्च की गई है। इस प्रकार पार्षदों ने पर्चे तो बांट दिये हैं लेकिन कोई तथ्यात्मक आरोप नहीं लगाये हैं। बल्कि खुला आरोप लगाने से बचे हैं और खुलकर सामने आने की तो इन्होने हिम्मत ही नहीं दिखाई है। लम्बे समय बार राजनीतिक पर्चे नगर में बंटते ही चर्चाएं सरगर्म हो गई हैं। पर्चे में तथ्यात्मकता कम होने के कारण यादा रुचि लोगों ने इसमें नहीं दिखाई। पर्चे के अंत में निवेदक पार्षदगण नगर पालिका परिषद सीहोर लिखा हुआ है।