Tuesday, June 17, 2008
क्या सारे भाजपाई राशन दुकानदार चोर हैं-जनशक्ति
सीहोर 16 जून (नि.सं.)। भारतीय जनशक्ति के नगर अध्यक्ष पार्षद कमलेश राठौर ने अपने बयान में कहा कि राय शासन के नाम से जिला कलेक्टर ने एक आदेश जारी कर कहा है कि माह में 3 दिन राशन की दुकान खोलकर सामान वितरण किया जायेगा। कमलेश राठौर ने शासन से पूछा है कि जो दुकानदार माह के बीस दिनों में पूरा सामान नहीं बांट सकते वह दुकानदार तीन दिन में राशन पूरे वार्ड में कैसे बांटेंगे। इससे तो यह प्रतीत होता है कि शासन चुनाव से पहले जनता एवं राशन की दुकान वालों में विवाद पैदा करवाना चाहता है। यदि सरकार जता की हितैषी बनना चाहती है तो प्रत्येक वार्ड में राशन की दुकान खुलवा दें जिससे गरीबों को फायदा होगा। उक्त आदेश शासन की खीज का नतीजा है क्योंकि राशन की जो दुकानें पूरे प्रदेश में संचालित हो रही हैं वह भाजपा के कार्यकर्ताओं की है क्योंकि यह सभी दुकानदार पटवा शासनकाल में भाजपा के कार्यकर्ता व नेता हैं इससे तो ऐसा लगता है कि यह सभी राशन की दुकाने वाले शासन की नजरों में चोर हैं नहीं तो सरकार को क्या पड़ी थी कि एनवक्त पर चुनाव के समय ही इन दुकानदारों की याद आई ? जबकि पूरे प्रदेश मं भाजपा के नेताओं के रिश्तेदार व मंत्री व उनके भाई भतीजे पत्नि आदि लोगों पर सरेआम भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं और लोकायुक्त में भी प्रकरण दर्ज हैं तो दुकानदारों को अपने ही शासन में फजीयत क्यों हो रही है ? मांग करने वालों में श्याम चौरसिया, जिला महामंत्री कमलेश कुशवाह, कमलेश राठौर, दिनेश पुष्पद, आशीष पचौरी, बंटी सिकरवार, अमित राठौर, हेमंत राठौर, दिनेश राठौर, गोविन्द पहलवान, राजेश राठौर, राजू आदि।