सीहोर 21 जून (नि.सं.)। शकर कारखाना प्रबंधन ने पिछले कुछ दिनों से कारखाने की जमीन पर जिन लोगों ने नाजायज कब्जा कर रखा है उन्हे हटाने का कार्यक्रम शुरु किया था। कारखाने की विशाल जमीन पर न सिर्फ कारखाने के ही श्रमिकों ने कब्जा कर लिया है बल्कि कई राजनेताओं, भूमाफियाओं और दादा किस्म के लोगों का भी विशाल भू-भाग पर कब्जा है।
लम्बे समय से शकर कारखाना बंद हो जाने के बाद यहाँ के श्रमिकों ने धीरे-धीरे कारखाने की ही जमीन पर खेती कर अपना जीवन-यापन करना शुरु कर दिया है, लेकिन कारखाना प्रबंधन पिछले कुछ दिनों से इन्हे हटाने की कार्यवाही कर रहा था। इसकी शिकायत जब श्रमिकों ने विधायक रमेश सक्सेना से की तो विधायक महोदय के लगातार प्रयास से यह कब्जा हटाने की प्रक्रिया रुक गई है। शुगर फेक्ट्री मजदूर यूनियन ने कहा है कि विधायक के प्रयास से 140 मजदूरों के घर के चूल्हे बुझने से बचे गये, मजदूरों को परिवार पालन पोषण का हक मिल गया। मजदूरों ने विधायक व जिलाधीश एवं एसडीएम व पुलिस अधीक्षक, तहसीलदार को दुआएं दी हैं और धन्यवाद दिया है। मजदूरों ने अपने अधिकारों के दस्तावेजों की समस्त सामग्री सभी यथा संभव विभागों को लिखित में दे दी है एवं गुहार की है कि शीघ्र न्यायालय के आदेशों का पालन हो जिससे सभी मजदूरों को उनका हक मिल सके।