Saturday, May 24, 2008

ठेकेदार के ट्रेक्टर में जुते हैं नगर पालिका के टेंकर, बन रहा हजारों का बिल

सीहोर 23 मई (नि.सं.)। नगर पालिका के पास सम्पत्ति की कोई कमी नहीं.....लेकिन देख रेख करने वाले भी यहाँ कोई नहीं है....सम्पत्तियों का चाहे जो चाहे जैसा उपयोग करता है....स्टोर रुप में भरा लोहा धीरे-धीरे गायब हो जाता है और किसी को कानों कान खबर तक नहीं होती....बस यही मजा है नगर पालिका से जुड़े उन तत्वों का जो यहाँ आये दिन गड़बड़ी फैलाते रहते हैं। अब मजे की बात यह है कि नगर पालिका के पास चार-चार पानी के टैंकर हैं, मतलब कोई कमी नहीं है लेकिन यह टेंकर निजी टे्रक्टर में चल रहे हैं और निजी ट्रेक्टर वाले रुपया भी पूरा वसूल रहे हैं मतलब घीसे तो नगर पालिका का टायर और जेब में खीसा जाये इनकी। नगर के चार टेंकर निजी ट्रेक्टर मालिकों द्वारा उपयोग किये जा रहे हैं, पूरे नगर में वह उन्हे घुमाते हैं और कुछ गड़बड़ हो जाती हैं तो उसे नगर पालिका सुधरवाती है, और ट्रेक्टरों को पेयजल वितरण के लिये जो राशि तय की गई है वह भी पूरी दे दी जाती है मतलब ट्रेक्टर वाले पूरे मजे ले रहे हैं और यहाँ कोई देखने-सुनने वाला नहीं है।