Friday, April 18, 2008

सरकार की रोजगार गारंटी योजना में काम नहीं करना चाहता क्षेत्र का मजदूर

जावर 17 अप्रैल (बहादुर सिंह)। राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना जिले भर की पंचायतो के साथ ही क्षैत्र की पंचायतों में भी एक अप्रैल 08 से चालू हो गई लेकिन इस योजना के प्रति मजदूरों में कोई खास उत्साह नही क्षेत्र की कई पंचायतों में तो इस योजना के प्रति अभी तक कोई काम ही शुरू नही हुआ । जिस पंचायत में काम चालू हो गया था उसमें भी एक दो दिन के बाद काम बंद हो गया जो अभी भी बंद कारण इस योजना के अंतर्गत होने वाले काम को मजदूर कम मजदूरी मिलने के कारण करना नही चाहता जो मजदूर दिनभर के सौ सवा सौ रुपये कमा लेता है । वह भला 69 रुपये में दिनभर काम नही करना चाहता है । मजदूरों का कहना है कि इस मंहगाई के दौर में 69 रुपये काफी कम पड़ते है । पिछले दिनों हमारे प्रतिनिधि ने क्षैत्र की कुछ पंचायतों का दौरा किया व लोगों से इस योजना के संबंध में बात की । ग्राम पंचायत सेकूखेड़ा में मजदूरी का काम करने कोकसिंह ने बताया कि हमारे गांव में रोजगार गांरटी योजना के तहत एक दो दिन ही काम चला उसके बाद से काम बंद है कारण इस योजना में काम नही करना चाहता है । मजदूर वर्ग में प्रतिदिन ट्रेक्टर ट्राली पर जाक र सो सवा सौ रुपये कमा लाता है । तो 69 रुपये में क्यों दिनभर गेंती चलाऊ एक अन्य मजदूर दयाराम मालवीय का कहना है कि इस मंहगाई के दौर में 69 रुपये दिनभर की मजदूरी काफी कम पड़ती है । खाने के गेंहू के भाव है ग्यारह सौ से बारह सौ रुपये प्रति क्ंविटल इसके अलावा भी रोजमर्दा की चीजो के भाव आसमान पर है । इसी प्रकार ग्राम पंचायत कून्डियानाथू के जीवन लाल व विजेन्द्र सिंह का कहना है कि पंचायत द्वारा गांव में जांब कार्ड तो बांट दिये गये लेकिन काम आज तक शुरू नही किया गया खजुरिया के अम्बाराम मालवीय का कहना है कि 10वाई 10 कि खंती व एक फीट गहरी खोदना और फिर उसकी मिट्टी पाल पर ऊपर चढाना मुश्किल काम है इतना सब कुछ करने के बाद इंजीनियर द्वारा उसका पेलिवेशन किया जाता है उसके बाद पेमेंट मिलता है पिछले तीन दिन हमने काम किया और वेलिवेशन होने के बाद पता चला की तीस रुपये रोज ही पड़े । इस कारण मजदूर वर्ग काम नही करना चाहता पंचायत सचिव राजेन्द्र सिंह का कहना है कि क्या करे मजदूर वर्ग ही काम करने नही आते इसी प्रकार क्षैत्र की कई पंचायत ऐसी है जिनमें अभी तक रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत काम शुरू नही हुआ है । कारण एक ही बताया जा रहा है कि इस योजना के प्रति मजदूर वर्ग में काम करने की दिल चस्पी नही है सब ही ने एक ही बात बोलते है कम मजदूरी मिलती है इस तरह प्रांरभ में ही राष्ट्रीय योजना दम तोड़ती नजर आ रही है ।