सीहोर 17 अप्रैल (नि.सं.)। सरकार द्वारा आम जनता की भागीदारी से पानी रोकने के लिए चलाए जाने वाले जलाभिषेक अभियान के तहत आज जिले की सीहोर तहसील के ग्राम पाटन मे विकास खण्ड स्तरीय जलाभिषेक अभियान शुरू किया गया। सीहोर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री रमेश सक्सेना ने जल संग्रहण कार्यों की आधारशिला रख अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर कलेक्टर श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह, डी.एफ.ओ. श्री ए.के. सिंह, जनपद अध्यक्ष श्री देवेन्द्र सक्सेना, एस.डी.एम. श्री चन्द्र मोहन मिश्रा, जनपद पंचायत सीहोर की सीईओ सुश्री मधुलिका शुक्ला सहित अन्य अधिकारी और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि मौजूद थे। ग्रामीणों और छात्रों द्वारा ग्राम पाटन में कलश जल यात्रा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यम को संबोधित करते हुए विधायक श्री रमेश सक्सेन ने कहा कि जलाभिषेक अभियान को सार्थकता प्रदान करने के लिए उसमें आम आदमी की सयि भागीदारी जरूरी है। अभियान तभी सार्थक होगा जब उसके लिए समन्वित रूप से प्रयास किए जांय। श्री सक्सेना ने कहा कि आज गिरते भू-जल स्तर ने सभी को चिन्तित किया है। प्रदेश सरकार ने इस समस्या के निदान के लिए जलाभिषेक अभियान चलाया है जिसमें आम आदमी की सयि भागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाए गए इस अभियान को व्यापक रूप से देखा जाना चाहिए। जलाभिषेक अभियान को एक जनान्दोलन बनाने की जरूरत है जिससे पानी को सहेजने के लिए व्यापक तौर पर जल संरचनाओं का निर्माण किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जलाभिषेक अभियान को कारगर बनाने के लए दृढ़ संकल्पित है। श्री सक्सेना ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही अनेक जन कल्याणकारी योजनाओ का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार द्वारा आज जनकल्याण की ऐसी योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनके बारे में कभी किसी ने विचार तक नहीं किया। कार्यम में जनपद अध्यक्ष श्री देवेन्द्र सक्सेना ने कहा कि पानी की जरूरत सभी जीवों को है। पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। वर्तमान समय पानी को रोकने का है और यह तभी संभव है जब इसके लिए समन्वित प्रयास किए जांए। उन्होंने पचायत प्रतिनिधियों का आव्हान किया कि वे इस महत्वपूर्ण अभियान में सयि भागीदारी निभाएं।
पानी सहेजना समय की मांग - कलेक्टर
जलाभिषेक अभियान के तहत आयोजित कार्यम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि आज पानी को सहेजना समय की मांग है और समय रहते यदि इस दिशा में नहीं सोचा गया तो इसके कठिन परिणामों से बचा नहीं जा सकेगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब पानी को सहेजने की चिन्ता हर व्यक्ति को करना होगी। पानी के प्रति अवधारणा में बदलाव लाना होगा। पानी को सहेजने के व्यापक इंतजाम किए जाना चाहिए। उन्होने बताया कि जिले में ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना लागू है जिसके तहत् इस दिशा में बेहतर कार्य किए जा सकते हैं। उन्होने क्षेत्र में खराब हो गई फसलो के संदर्भ में कहा कि प्रभावित किसानो की पूरी मदद की जायगी। अभी राजस्व पुस्तक परिपत्र में निहित प्रावधानों के मुताबिक सहायता दी जा रही है। कृषि बीमा योजना के तहत अनाबारी निकाली जा चुकी है और मूल्यांकन को ग्वालियर भेज दिया गया है।
कार्यम को संबोधित करते हुए डी.एफ.ओ.श्री ए.के. सिंह ने कहा कि यह एक ऐसा जल यज्ञ है जिसे सफल बनाने के लिए इसमें सभी को आहूति देना होगी। उन्होने कहा कि यह इतना बडा आयोजन है जिसे बिना समन्वित सहयोग के पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने ग्रामीणो से कहा कि वे पौधारोपण की तैयारी कर लें वन विभाग उन्हें पौधे उपलब्ध कराएगा। उन्होने कहा कि बिना पानी के पौधों अथवा वृक्षों का जीवन भी संकट में पड जाएगा जिसे बचाने के लिए भी पानी का होना जरूरी है। जनपद पंचायत सीहोर की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री मधुलिका शुक्ला ने जलाभिषेक अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि यह एक व्यापक कार्यम है जिसमें वर्षा पूर्व और वर्षा के बाद कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत 18 से 25 अप्रैल के बीच ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी। जन जागरूकता के लिए जल यात्राएं निकाली जाएंगी। अभियान के दौरान स्टॉप डेम, चैकडेम, बोल्डर चेक, बोरी बंधान और अनेक प्रकार की जल संरचनाएं निर्मित की जाएगी। उन्होने बताया कि अभियान के तहत विकासखंड में 62 नए तालाब निर्माण के साथ ही 68 पुराने तालाबो में सुधार के काम किए जाएंगे।