Friday, April 18, 2008

जावर में गलघोटू व फरेला बीमारी से क्षेत्र के दर्जनों पशुओं की मौत

जावर 17 अप्रैल (नि.सं.)। इन दिनों नगर सहित क्षैत्र के पशुओं को विभिन्न प्रकार की बीमारियों ने घेर लिया है । जिससे पशुओं की हालत काफी खराब हो गई है कई पशुओं की तो मौत भी हो चुकी है। नगर व क्षैत्र के गांवों के पशुओं को इन दिनों फरेला गलघोटू व मुहं पक्का खुर पक्का जैसी बीमारियों ने घेर लिया है ।
फरेला व गलघोटू जैसी बिमारी से अभी तक क्षैत्र के दर्जनों मवेशियों की मौत हो चुकी है । पशु चिकित्सा विभाग गंभीरता से नही ले रहा है। ग्राम अतरालिया के सानसिंह ने बताया कि फरेला बिमारी से अभी तक ग्राम के ज्ञानसिंह के भेंस व पाड़ी कल्याणसिंह की एक पाड़ी, गप्पू लाल की एक पाडी, फूलसिंह की एक पाडी, हेम राज की भेंस कुल छै: पशुओं की मौत हो गई हालाकि पशुओं के मरने की खबर के बाद जावर बेटनरी अस्पताल से दो कम्पांउडर अमरसिंह व संदीप कुमार पशुओं को टीके लगाने के लिए रविवार को आये थे । इसी प्रकार ग्राम कजलास मे भी पिछले पन्द्रह दिनों में पशुओं में गलघोटू जेसी घातक बिमारी फेली हुई थी । जिससे ग्राम के करीब दो दर्जन से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है । पशुओ में फैली बीमारी से ग्राम के सरपंच किशोर पाटीदार ने पिछले दिनों आष्टा तहसीलदार व पशु चिकित्सालय में पदस्थ डाक्टर को अवगत कराया था । इसके बाद सोमवार को पशु चिकित्सालय से डाक्टरों की टीम आई थी व ग्राम के पशुओं को टीके लगाये इसके अलावा मालीपुरा परोलिया आदि ग्रामो में भी पशुओं की मोत हो चुकी है । वही नगर के पशुओं में मुहं पक्का खुर पक्का बीमारी फैली हुई है । इस बिमारी ने पशुओ की हालत काफी खराब कर रखी है । पशु चलने फिरने से मोहताज हो गये । दुधारू पशु दूध देना बंद हो गये पशुओं में फैली बिमारी से पशुपालक परेशान है और अपने पशुओ का प्रायवेट तौर पर इलाज कर पा रहे है ।