Wednesday, March 26, 2008

खंडेलवाल ने कहा मुझे नहीं मालूम गोविंद जाने

आष्टा 25 मार्च (हो.प्र.)। राजनीति में लगातार अपने ही कर्मो से गिरते सेंसेक्स के कारण भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अनोखीलाल खंडेलवाल इन दिनों जैसे ही कोई राजनीति चुनाव या टिकिट की बात करता है तो वे कपड़े फाड़ने लगते हैं और उन्हें केवल एक ही जवाब वे देते सुने गये है कि मुझे नहीं मालूम गोविन्द जाने आखिर वे ऐसे कैसे हो गये । बेटा जैसे-तैसे गोविंद जाने के माध्यम से अपना और खुद का सेंसेक्स बढाने के लिए हर वर्ष जुटा रहता है और पिता उसके इस ठोस प्रयास पर पानी फेर देते हैं। जब एक बार किसी ने उनसे केवल इतना पूछ लिया कि भाई साहब टिकिट किसे दिला रहे हो उन्हें मालूम है कि अब टिकिट बांटने का उनका समय खत्म हो गया है फिर भी जब उसने पूछ ही लिया तो अपनी स्थिति छुपाते हुए कह दिया गोविन्द जाने सामने वाला ज्यादा समझदार था जवाब दे गया जब सब गोविंद जाने के भरोसे है तो सब कुछ छोड़ो और श्रीनाथ जी की हवेली में गोविंद जपो तब खंडेलवाल ने कहा भैय्या वो ही तो कर रहे हैं। आजकल राजनीति से कोसों दूर चले गये, खंडेलवाल आष्टा में एक नया हिन्दू संगठन खड़ा करने में जुटे हैं। जिसका नाम किला मंदिर की प्रतिष्ठा में घोषित भी कर दिया है अब वे इस संगठन के लिए जीतमल, महेन्द्र जैसे सहयोगियों की तलाश में है ताकि उसकी कार्य समिति घोषित कर सके । खंडेलवाल पुत्र बन्टी (विजय) और बबली नाराज है उनका मानना है कि नई दुकान खोलना आसान है उसे चलाना मुश्किल है ....