Wednesday, March 26, 2008

जॉवकार्ड नही बनाने पर जनपद अध्यक्ष ने सोनिया गांधी को शिकायत की

आष्टा 25 मार्च (हो.सं.) । जब से कांग्रेस नेता रतनसिंह ठाकूर जिला सहकारी केन्द्रिय बैंक सीहोर के अध्यक्ष पद से हटे है तभी से आज तक वे वेरोजगार घुम रहे है । ऐसे में केन्द्र सरकार द्वारा बेरोजगार के लिए 1 अप्रैल,08 से देश के सभी जिलो में ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना लागू की जाने की घोषणा की है तभी से श्री ठाकूर का पूरा चेहरा होली में लगी लाल रूप की तरह लालम-लाल है और वे इस योजना का पूरा लाभ अपने पूरे परिवार को मिले इस कार्य में जुट गये है । लेकिन भाजपा के नेताओं क ो यह रास नही आ रहा है कि बेरोजगार ठाकूर पुन: रोजगार से लगे इसके लिए उन्होंने रोड़ा अटकाना शुरू कर दिये है। इस योजना का लाभ ग्रामीण क्षैत्र के बेरोजगारों को मिलेगा उसके तहत सभी के जांब कार्ड फोटो सहित बनाये जा रहे है। भाजपा ने जांव कार्ड बनाने के ठेकेदार को बुलाकर बता दिया है कि अगर तूने ठाकूर का या उनके परिवार का जांब कार्ड बनाया तो ध्यान रखना तेरा बड़ा कार्ड बना दिया जायेगा । ठाकूर साहब को रोजगार गारन्टी योजना के रूप में एक आशा की किरण दिखी थी उस पर पानी फेरते देख उन्होंने अपनी शिकायत अपनी पत्नि जनपद अध्यक्ष श्रीमति प्रेमबाई ठाकूर को लिखित में की है प्रेमबाई ने इसकी शिकायत कलेक्टर को भेजी है और उसकी एक प्रति सोनिया गांधी को भी भेजी है । ज्ञात रहे कि कलेक्टर सीहोर को शिकायत मिली तो उन्होंने अपने यस मेन नेता कम पत्रकार राजकुमार गुप्ता से कहा कि यार गुप्ता यह अच्छी बात नही है एक बेरोजगार को अगर रोजगार मिल रहा है तो इससे तुम्हारी भाजपा को पेट दर्द क्यों हो रहा है । फिर गुप्ता ने भाजपा के स्थानीय नेता संतोष झंवर से इस संबंध में बात की है कि रतनसिंह ठाकूर का जांब कार्ड बनने में वे रोड़ा ना डाले कलेक्टर साहब नाराज है उनका कहना है कि आष्टा में कई भाजपा के नेता थाने , तहसील, बिजलीघर, वन विभाग, खाध्य विभाग आदि जगहों पर रोजगार से लगे क्या हमने कभी एक्शन लिया नही तो फिर ठाकूर को क्यों परेशान कर रहे हो । झंवर ने गुप्ता को बताया की उनके परिवार से एक सदस्य जनपद अध्यक्ष रोजगार से लगी है क्या हमने कभी उनकी शिकायत की भाजपा में एक व्यक्ति एक रोजगार का सिद्वांत है । इसके तहत ही हम चल रहे है । अब खबर है कि रतनसिंह ठाकूर ने वरिष्ठ इंका नेता अरविंद गुप्ता का सहारा लेकर अपना जांबकार्ड बनवाने के लिए राजा साहब के पास दिल्ली भेजा है देखना है बेरोजगार रतनसिंह ठाकूर को रोजगार के लिए जांब कार्ड कब तक बनता है । फिलहाल वे भी अपने छोटे भाई के यहां दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्यरत है।