Wednesday, January 7, 2009

खाद्य निरीक्षक शर्मा आष्टा नहीं आयेगा के आश्वासन के बाद किराना व्यापारियों ने आन्दोलन स्थगित किया

      आष्टा 6 जनवरी (नि.प्र.)। 4 दिनों से सेम्पल के नाम पर खादय निरीक्षक बसंतदत्त शर्मा की मनमानी को लेकर आष्टा में किराना व्यापारियों का चल रहा आन्दोलन आज जिलाधीश डी.पी.    आहूजा की ओर से आये संदेश पर एस.डी.एम. श्रीमती जी.वही. रश्मि से व्यापारियों की हुई चर्चा के दौरान दिये गये उक्त आश्वासन की खादय निरीक्षक बसंतदत्त शर्मा अब आष्टा नहीं आयेंगे तथा विभागीय कार्यवाही के लिए लिखा गया है के बाद किराना व्यापारियों ने अनिश्चित कालीन बंद रेली-घरना आदि आन्दोलन स्थगित कर दिया गया।

      व्यापारियों ने इ संबंध में 3 जनवरी की शाम को जिलाध्यक्ष के नाम सम्बोधित एक ज्ञापन सौपा था एवं इस सम्बोधन में क्षेत्र के विधायक रंजीत सिंह गुणवान, जिलाध्यक्ष ललित नागौरी, प्रदेश अध्यक्ष गोपी कृष्ण आदि को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग की थी। इस पर विधायक श्री गुणवान, जिलाध्यक्ष ललित नागौरी, ने भी जिलाध्यक्ष से चर्चा कर व्यापारियों की मांग का समर्थन करते हुए खादय निरीक्षक को आष्टा से हटाने की बात रखी थी तीन दिनों से किराना दुकाने बंद रहने से किराना सामग्री के लिए उपभोक्ता दर-दर भटक रहे थे।

      कल शांति समिति की बैठक में भी यह मुददा उठाया गयाथा कि मोहर्रम का त्यौहार चल रहा है किराना दुकाने बंद है एवं उपभोक्ताओं को खादय सामग्री अगरबत्ती, लोभान नहीं मिल रहा है। इस पर प्रशासन ने किराना व्यापारी संघ को चर्चा के लिए बुलाया यहां पर किराना व्यापारियों ने मांग रखी की खादय निरीक्षक शर्मा से आष्टा को मुक्ति दिलाई जाये। आज प्रात: मौन रैली थी इसमें पहले ही संघ की एक बैठक हुई जिसमें निर्णय के अनुसार सभी व्यापारी एस.डी.एम. से चर्चा करने पहुंचे यहां पर प्रतिनिधि मंडल से चर्चा के दौरान मंडल ने आश्वासन दिया कि अब खादय निरीक्षक शर्मा आष्टा नहीं आयेगा। विभागीय कार्यवाही का भी आश्वासन दिया। सभी व्यापारियों ने प्रशासन के आश्वासन को माना ओर आन्दोलन स्थगित करने की घोषणा की। किराना व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र जैन ने बताया कि अगर आगे मनमानी की गई तथा कार्यवाही नहीं हुई तो उक्त आन्दोलन जिसे आप सकारात्मक चर्चा के बाद स्थगित किया पुन: शुरू कर और कठोर कदम उठाये जायेगें। दोपहर बाद सभी किराना दुकाने खुल गई। दुकान खुलते ही परेशान ग्राहक दुकानों पर पहुंचने लगे।