आष्टा 10 नवम्बर (सुशील)। आष्टा की जनता ने अभी तक एक नहीं अनेकों चुनाव देखें लेकिन इस बार हो रहे विधानसभा चुनाव में आचार संहिता का जिस सख्ती से प्रशासन द्वारा पालन दलों के नेताओं से कराया जा रहा है उसको लेकर राजनीतिक दल के नेता परेशान है वहीं आमजन खुश है। क्योंकि उन्हे इन दिनों प्रत्याशियों के प्रचार वाहनों का कान फोड़ू प्रचार सुनाई नहीं दे रहा है और ना ही उतने झण्डे, बेनर, पोस्टर, फ्लेक्स, लग्गी आदि नगर में लगे हुए नजर आ रहे हैं क्योंकि अब कोई भी राजनीतिक दल किसी के यहाँ भी उसकी बिना स्वीकृति के ना ही दिवार लिख सकता है और ना ही झण्डा बेनर, पोस्टर, फ्लेक्स लगा सकता है। लगाने के पहले उस मकान मालिक दुकान मालिक से स्वीकृति लेना पड़ेगी। आचार संहिता का इतना कड़ाई से पहली बार पालन आष्टा में नजर आ रहा है। वहीं उल्लंघन करने वालों में प्रशासन का डंडा भी घूम रहा है। अभी तक आष्टा जावर थाने में कई प्ररकण आचार संहिता उल्लंघन के दर्ज हो चुके हैं। वहीं राजनीतिक दल के जिम्मेदार और जानकार कार्यकर्ता नेता कदम-कदम पर सतर्क होकर कार्य कर रहे हैं की कहीं कोई चुक नहीं हो जाये अभी तक आष्टा में भाजपा-कांग्रेस ओर प्रसपा के खिलाफ प्रकरण दर्ज हो चुके हैं वहीं जावर थाने में मेहतवाड़ा का एक भाजपा पर प्रकरण तथा खड़ी में बिना स्वीकृति में माईक का उपयोग करने पर रामलीला वालों पर प्रकरण दर्ज हो चुका है।