Tuesday, October 7, 2008

जब भाजपा के दावेदार ने कांग्रेस समर्थक सरपंचों से भी पूछा आप कहो तो प्रयास करुं

आष्टा 6 अक्टूबर (नि.प्र.) भाजपा से टिकिट पाने के दावेदार इन दिनों क्या-क्या यतन कर रहे है वो सब चर्चा में विषय बने है लेकिन अगर कोई दावेदार क्षेत्र के सरपंचों एवं अपने समर्थकों को रायसुमारी के पहले दालबाटी की गोट के नाम पर अपने ग्रह ग्राम बुलाये यह तो समझ में आये लेकिन इस दाल बाटी की गोट में भाजपा के लोगों को भाजपा समर्थक सरपंचों को भी बुलाये और सभी सरपंचों से यह पूछे की आप सब सरपंच कहे तो मैं पुन: टिकिट के लिए प्रयास करू किसकी हिम्मत होगी की वो जिसका नमक और दाल-बाटी खाये और उसी के पूछेने पर वो मना करे की नहीं भैया आपकी हालत ठीक नहीं है जनता आपके नाम पर बागी है आप प्रयास मत करो अब घर बैठो और दाल रोटी खाओ सभी ने एक स्वर में कहा नहीं भैया आप टिकिट के प्रयास करो, टिकिट जैसे भी हो लेकर आओ और चुनाव लडो सरपंचों का ऐसा कहने के पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि आप टिकिट लाकर चुनाव लडोगे और जीत गये तो हमारी भलाई और चांदी इसी जीत में होगी नहीं तो हम सरपंचों की फाईल तो आज नहीं तो कल खुलना ही है स्मरण रहे इन दिनों आष्टा क्षेत्र के कई सरपंच घबराये हुए है क्योंकि कुछ दिनों पूर्व आष्टा एस.डी.एम. ने एक सरपंच को धारा 40 के अन्तर्गत एक नोटिस थमा दिया है कांग्रेसी सरपंचों के भरोसे भाजपा से टिकिट के दावेदार जो टिकिट पाने के प्रयास में लगे है उनके प्रयास कहा तक सफल होते है मानों वो टिकिट लाने के सफल भी हो जाते है तो क्या वे लाये टिकिट को जीत में बदल सकते है यह एक भविष्य का प्रश् है अभी इस पर कुछ चर्चा करना और लिखना उचित नहीं होगा समय का इंतजार जरुरी है.........