Sunday, October 26, 2008

भाजपा का झण्डा आज राम के नाम का प्रतीक नहीं जिन्ना की सलामी का प्रतीक है-उमाश्री भारती

यदि भाजपा ने साथ दिया तो हम मिलकर कांग्रेस को धूल चटा देंगे-उमाश्री भारती

      सीहोर 25 अक्टूबर (नि.सं.)। जब हमने सरकार बनाई थी तो यहीं बड़ा बाजार से सभा शुरु हुई थी, मैं कुशाभाऊ ठाकरे को अत्याधिक बीमार अवस्था में लाई थी, उन्होने आशीर्वाद दिया था और कहा कि तुझे आशीर्वाद देकर चला जाऊंगा। वह सिध्द पुरुष थे मेरी सरकार बनते ही वह सात दिन में चले गये। उन्हे भगवान ने बुला लिया लेकिन भाजपा ने मुझे तो जिंदा रहते ही मार दिया। आज भाजपा ने मुझ पर आरोप लगा रही है कि आपके कारण मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी। अब तक मैने 90 प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं और शेष शीघ्र ही करुंगी। भाजपा का झण्डा आज राम के नाम का प्रतीक नहीं जिन्ना की सलामी का प्रतीक है।

      उक्त ओजस्वी भाषण राष्ट्रीय नेत्री भारतीय जनशक्ति अध्यक्ष उमाश्री भारती ने यहाँ बड़ा बाजार में खचाखच भरी भीड़ के समक्ष कहे। इसके पूर्व श्री भारती कोतवाली चौराहे से बकायदा एक रैली के रुप में बड़ा बाजार पहुँची। उन्होने मंच पर कहा कि यदि भाजपा के कार्यकर्ता यहाँ पर मेरा भाषण सुन रहे हैं तो वह सुन लें कि यदि मेरी पार्टी के कारण भाजपा की सरकार नहीं बन सकती है तो फिर वह अपने नेताओं से पूछें? कि क्यों मुझे पार्टी से निकाला था। मैने भाजपा छोड़ी नहीं थी मुझे बहुत अपमानित करके भाजपा से निकाला था। जब निकाला था तब मैने एक सप्ताह तक बार-बार कसूर पूछा था, आडवाणी-अटल जी को पत्र लिखे थे, मैने पूछा था कि दिग्विजय सिंह हराकर मैने सरकार बनाई है, मुझे हटाने के पीछे कारण तो बताईये ? केन्द्र की अटल सरकार को बने रहने के लिये लालू यादव व शिबू सोरेन की सरकार से आ रही परेशानी के कारण मैने मुख्यमंत्री का पद छोड़ा और देश के राष्ट्रीय ध्वज के लिये स्वयं की गिरफ्तारी दी। और जब मैं वापस आई तो मुझे बाहर कर दिया गया और फिर जब उन्हे जरुरत पड़ी बिहार में सरकार बनाने की तो उन्होने फिर मेरा उपयोग किया वहाँ सरकार बनाकर मैं आई तो मुझे फिर भाजपा से निकाल दिया गया। इसलिये मैं भाजपा के कार्यकर्ताओं से कहूंगी कि आप अपने नेताओं से कहिये कि आज अगर ऐसा लग रहा है कि आपकी सरकार नहीं बन सकती तो उसके पीछे आपकी सत्ता का मद ही जिम्मेदार है।

      जब मैं 10 महिने तक मुख्यमंत्री थी तब प्रदेश में भ्रष्टाचार, बम ब्लास्ट, सीमी की कार्यवाही नहीं थी, जब तक मैं मुख्यमंत्री थी अपराध नहीं था, फिर क्या कसूर था मेरा, क्यों मुझे बेईज्‍जत करके निकाला। हाँ एक कसूर था मेरा जब मुझे भाजपा के बड़े नेताओं, संगठन मंत्रियों के फोन आते थे मैं सम्मान से पूछती समझती की शायद वह कोई काम बतायेंगे तो वह खुद के साले या साली की नौकरी के लिये फोन करते थे। जब मैं ऐसे फोनों से परेशान हो गई तो मैने अटल जी आडवाणी जी से कहा कि मेरी दो जिम्मेदारी है गरीब भाजपा कार्यकर्ता व गरीब जनता का काम करुं। इसके बाद तो इन लोगों ने ऐसी चाल चली कि मुझे भाजपा से बाहर निकाल दिया। इसलिये भाजपा के नेताओं से कह दीजिये कि यदि आपको आपके सामने खाई दिखाई दे रही है तो उसमें जनशक्ति जिम्मेदार नहीं है बल्कि आपके द्वारा किये गये मेरे अपमान, बेईजती की गई वो जिम्मेदार है। आपकी करतूत ही जिम्मेदार है। यदि आपको लगता है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन सकती है तो अभी एक महिना बाकी है, हम और आप मिलकर तय कर लें तो मिलकर हम सरकार बना सकते हैं, लेकिन मैं पूछती हूं कि क्या भाजपा के झण्डे के नाम पर आप वोट मांगेगे ? भाजपा का झण्डा आज राम के नाम का प्रतीक नहीं जिन्ना की सलामी का प्रतीक है। भाजपा का झण्डा आज सत्ता की गुलामी का प्रतीक है, भाजपा के नेता आज गुलछर्रे उड़ाने के प्रतीक हो गये हैं, म.प्र. नेताओं के लिये पिकनिक  स्पाट है, इसलिये कांग्रेस की सरकार बनाने से तो अच्छा है जनशक्ति का झण्डा हाथ में थामिये और खड़े हो जाईये, क्योंकि भाजपा का झण्डा कांग्रेस को नहीं रोक सकता। यदि भाजपा मेरे साथ आई तो हम मिलकर कांग्रेस को धूल चटा देंगे।

      आज भाजपा नेताओं को लगा है कि जनशक्ति उनकी परेशानी बन रही है तो वह हमारी नेताओं कार्यकर्ताओं को बुलाकर रुपये के बल पर खरीद रहे हैं, वह गाड़ी, डीजल, पेट्रोल, मोबाइल, रुपये सबकुछ हमारे कार्यकर्ताओं को उपलब्ध करा रहे हैं। मैं आज सारे जनशक्ति कार्यकर्ताओं को गंगा की सौगंध  दूंगी। हमारे पास पैसे की कमी है, हमने पैसे नहीं बनाये हैं, इसलिये गाड़ी, डीजल, रुपया जो वह दे रहे हैं उनसे ले लो, यह उनका होना चाहिये लेकिन काम हमारा वोट हमारा होना चाहिये। उमाश्री ने कहा कि आप सोच रहे होंगे भाजपा से रुपये लेने की बात मैं कर रही हूं तो सुनिये हम और आप क्या भगवान राम से बढ़े हैं। जब भगवान श्रीराम ने बालि को मारा, तो बालि ने भगवान से पूछा कि आप तो मर्यादापुरुषोत्तम हो, फिर यह कौन-सी मर्यादा है, तो राम ने कहा अरे नीच, पानी मुझे धर्म सिखा रहा है, छोटे भाई की गद्दी को छीन कर बैठ गया, उसकी पत्नि जो तेरी पुत्री समान है उसे पत्नि बना लिया तेरे जैसे पापी को तो घात लगाकर मारना पड़ा तो मैने कोई पाप का काम नहीं किया।  इसी प्रकार जनशक्ति घात लगाकर भाजपा को हरायेगी। भाजपा के ईमानदार और रामभक्त कार्यकर्ताओं से कहती हूं कि वैसे ही घात लगाकर भाजपा का संहार करोगे तो गंगा नहाने का पुण्य मिलेगा।

चप्पल उठाने वाला मुख्यमंत्री

      भाजपा ने देश के साथ धोखा किया, गरीबों के साथ धोखा किया, क्या कसूर था मेरा, जरा पूछिये तो जब प्रमोद महाजन की चप्पल उठाने वाला प्रदेश का मुख्यमंत्री बना तो उसकी पत्नि और उसके मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। भाजपा जब घमंड में चूर थी तो मुझे निकालकर बाहर कर दिया आज उसकी हालत यह है कि उनका एक मंत्री अखंड यादव मुख्यमंत्री को माँ-बहन की गालियाँ दे रहा है और भाजपा के नेता उसे मनाने में लगे हैं। आज घमंड चकनाचूर हो गया तो एक दो कोड़ी का आदमी उन्हे माँ-बहन की गालियाँ दे रहा है।

राम का मंदिर नहीं

गरीब की रोटी जरुरी है

      उमाश्री ने कहा कि मैने अपनी इच्छा से सन्यास लिया था, बारात आ गई थी और मैने लौटा दी थी। इसलिये कहती हूं जिस प्रकार सन्यास लिया था उसी प्रकार जनशक्ति बनाई है। इसको बनाने के पूर्व मैने अपने पूर्वजों को याद किया, अयोध्या में टपरे पर बैठे श्रीराम को याद किया फिर पार्टी बनाई। जितना राम का मंदिर जरुरी है उतना ही गरीब की रोटी जरुरी है।

      उमाश्री ने कहा कि भाजपा नेता खबरदार हो जायें यदि उन्होने यह कहा कि मेरे कारण कांग्रेस की सरकार बनी है, तो यह पूर्णत: गलत होगा। जब मैं मुख्यमंत्री बनी थी तब पहली बार कोई पिछड़े वर्ग का व्यक्ति मुख्यमंत्री बना था। मैं एक पिछड़े वर्ग की गरीब परिवार की हूँ। इसलिये मुख्यमंत्री बनने के बाद मैने कई दबे हुए वर्ग के लोगों को मंत्री बनाया, जो हार गये उन्हे निगम दिये और इसलिये ही भाजपा के बड़े नेताओं ने कांग्रेस से सांठगांठ कर मुझे भाजपा से निकलवा दिया।

जनशक्ति अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ बनाकर धर्म के नाम पर जोड़तोड़ नहीं करेगी

      जनशक्ति पार्टी की मुस्लिम नीति के संबंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए सुश्री उमा भारती ने कहा कि इस पार्टी का नाम है जनशक्ति पार्टी, हमने इसमें कोई अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ या मोर्चा नहीं बनाया है ना ही बनायेंगे। हमने सबसे पहला मुस्लिम उम्मीद्वार जबलपुर से उतारा है। मेरा मानना है कि यदि कोई व्यक्ति धर्म के नाम पर अपनी अलग पहचान बनाना चाहता है तो फिर देश दो हिस्सों में बंटता है। हम कहते हैं कि हम मुसलमान का ध्यान रखेंगे। लेकिन धर्म के आधार पर भेद नहीं कर सकते, इसकी हमसे अपेक्षा नहीं की जाना चाहिये। हम रोटी, रोजगार, व्यवस्था देंगे लेकिन यह देते समय हम धर्म नहीं पूछेंगे हम उसकी आवश्यकता देखेंगे।

धर्म परिवर्तन कराया तो समझ लो

      उमाश्री भारती ने कहा कि मध्य प्रदेश आतंकवादियों का अभ्यारण्य बना हुआ है। सीमी के लोगों का केन्द्र बन गया है। जब मैं मुख्यमंत्री थी तो यह लोग बहुत दूर थे। स्थिति तो यह थी कि मुझे ईसाई मिशनरियों ने बुलाया था और पूछा था कि आपका हमारे विषय में क्या सोच है। मैने स्पष्ट कहा था कि अस्पताल से सेवा करो, स्कूल चलाओ हमें कोई हर्ज नहीं पर यदि एक भी धर्म परिवर्तन कराया तो समझ लो अपना बोरिया बिस्तर बांध लेना।

संघ वालो दया मत करना

      आज देश का खेत, बाजार, रोजगार सब खतरे में है, विदेशी इसे हड़प रहे हैं। इसलिये मैने रिलायंस फ्रेश पर सबसे पहला पत्थर मारा था। गरीब का रोजगार बचाना होगा। आज गाय संकट में है। मैं तो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवकों से कहती हूँ कि जब भाजपा हारने की स्थिति में आयेगी तो आपके पास आयेगी, आप दया मत दिखाना, दया गरीब पर, घायल पर, गाय पर, विकलांग पर दिखाई जाती है लेकिन जिन्होने सत्ता की दलाली खाई है उनका तो संहार किया जाता है।

आप दो साथ तो बाजी पलट दूंगी

      उमाश्री ने आज स्पष्ट कहा कि मैं कम उम्र की हूं, अभी मुझमें शक्ति है, इसलिये देश की नारी शक्ति मुझे आशीर्वाद दे, नौजवान बजरंग बलि बन जाओ और भ्रष्ट भाजपा कांग्रेस सरकार को उखाड़ दो। अगर अभी ताकत दोगे तो ही मैं काम कर सकूंगी। यदि 60 के बाद दोगे तो क्या फिर लंगड़ाकर घुटने के दर्द के साथ काम कराओगे। इसलिये जो करना है अगले 10 साल में कर लो। यदि मेरा साथ दे दिया तो एक महिने की बात है मैं बाजी पलट कर दिखा दूंगी और भारतीय जनशक्ति की सरकार बना दूंगी।

रमिला परमार इछावर से प्रत्याशी

      आज सभा में उमाश्री ने रमिला परमार जो पूर्व में शासकिय नौकरी में थी और उसे छोड़कर जनशक्ति में शामिल हुई थी उनके इछावर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनशक्ति पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया। उमाश्री ने कहा कि जब मैं लोकसभा लड़ रही थी तब जीतने के बाद कांग्रेस को ऐसा सदमा लगा था कि एक माह तक प्रत्याशी भर्ती रहा था। यही हालत इस बार भाजपा की होने वाली है। क्योंकि भगवान भी अपने भक्तों की बेइाती नहीं होने देते। उन्होने उपस्थित जनसमुदाय से जनशक्ति पार्टी के लिये आशीर्वाद मांगा।

      आज बड़ा बाजार सभा स्थल पर धनतेरस के एक दिन पूर्व बड़ी संख्या में उमाश्री को सुनने के लिये लोग एकत्र हुए थे। उमाश्री का जुलूस कोतवाली चौराहा से प्रारंभ हुआ जो बड़ा बाजार पहुँचा। यहां कई भाजपा और कांग्रेस के नेतागण भी यहाँ दोपहर से ही डटे हुए थे। ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में ग्रामीणजन यहाँ आये थे। उमाश्री ने कुल 35 मिनिट तक अपना भाषण बैठे हुए दिया वह अत्याधिक बीमार थीं और शरीर के एक तरफ दर्द से पीड़ित भी थीं। यहाँ सभा स्थल से सीधे वह भोपाल पहुँचते ही चिरायु अस्पताल में भर्ती हो गईं।

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