आष्टा 17 सितम्बर (सुशील संचेती) । चुनावी वर्ष में भाजपा एक बार पुन: सत्ता के सिहासन पर पुन: आसीन होने के किसी भी प्रयास को छोड़ना नहीं चाहती है इसी कड़ी में भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच के बेनर तले भाजपा जिला अध्यक्ष ललित नागौरी के प्रयासों से आष्टा को एक भाजपाई राष्ट्रीय कवि सम्मेलन कराने का मौका मिला नागौरी और उनकी पूरी टीम ने इस कवि सम्मेलन के माध्यम से आष्टा क्षेत्र की जनता तक भाजपा सरकार एवं शिवराज के कार्यो को पहुंचाने में सफलता मिली।
श्री राम मंदिर चौराहे पर कल रात्री में आयोजित उक्त भाजपाई अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का शुभारंभ पं. दीनदयाल उपाध्याय एवं डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के चित्र पर मंच पर उपस्थित वरिष्ठ राष्ट्रीय कवि श्री विश्वेश्वर शर्मा मुम्बई (गीतकार) पं. सत्यनारायण सत्तन विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय, जिला अध्यक्ष ललित नागौरी ने माल्यार्पण एवं दीप प्रावलित करके किया। पधारे सभी कवियों का स्वागत एवं साफा बांधकर उनका सम्मान भाजपा के संतोश झंवर, अजय टेलर, गोविन्द चौहान, कालू भट्ट, धरमसिंह आर्य, पंकज नाकोड़ा, प्रवीण भूतिया, विशाल चौरसिया, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष बंसल, धर्मेन्द्र राठौर, रमाकांत समाधिया, सुनील लोवानिया, अखलेश राठौर, नितिन भट्ट, श्रीमति शोभा शर्मा, संजय अजमेरा आदि ने किया। स्वागत सम्मान के बाद सूत्रधार पंडित सत्यनारायण ने मंच के सभी सूत्र अपने हाथों में लेकर सरस्वती वंदना के लिए कवियत्री डॉ. मंजू दीक्षित आगरा को आमंत्रित किया।
सुमधुर सरस्वती वंदना के बाद इंदौर से आये कवि कैलाश जैन ने चौपाईयों की धुन पर शानदार कविता का पाठ कर श्रोताओं का दिल जीता उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से देश में बढ़ती मंहगाई, फैलता आतंकबाद, रामसेतु और अमरनाथ मुद्दों को गहराई से छुआ कैलाश जैन ने मंहगाई को लेकर पड़ा कैसी सरकार चलाई ओ.पी.एम. मोहना, दालो के भाव नहीं देते है जीने छूट रहे है जनता के पसीने, इसके बाद उन्होंने सुनाया महिनों हो गये असली घी खाये, घी को छोड़ा सोचा तेल खाये लेकिन तेल भी बाजार में तांडव दिखाये, इसके बाद मंच से श्रोताओं से रूबरू होने आये जगदीश सेन ने अपने काव्य पाठ के माध्यम से देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल जी एवं म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को उनके कार्यकाल की उपलब्धियों को कविता में बांध कर जनता को परोसा सेन ने पड़ा की भगवा अगर नहीं होगा तो हिन्दुस्तान भी नहीं होगा। इसके बाद मंच पर भिण्ड के कवि धीरेन्द्र भदौरिया ने नेता पहाडा कविता का पाठ किया इस पहाड़े की प्रथम पंक्ति नेता एकम नेता और अंतिम पंक्ति नेता धाम सत्यानाश। इसके बाद मंच को आष्टा के चिरपरिचित चेहरे रतलाम से आये कवि धमचक मुलथानी ने शमा बांध उनको जनता ने खूब स्नेह और प्यार बरसा कर सम्मान दिया उन्होंने पाकिस्तान को दो पंक्तियों में समेटा और कहा कि कैदियों से कह दो तुम्हारी सजा माफ बस उस दिन पाकिस्तान साफ इसके बाद जयपुर से आये कवि अब्दुल गफ्फार ने मंच संभाला जिन राष्ट्रवादी कविताओं के लिए उन्हें जाना जाता है और उसके कारण कट्टर पंथियों की आंखों की वे किरकिरी बने हे ऐसे राष्ट्रवादी कवि ने अपनी कविता के माध्यम से उन मुसलमानों को आड़े हाथों लिया जो वन्दे मातरम गाने से मना करते है उन मुसलमानों को भी उन्होंने अपनी कविता में आड़े हाथों लिया जो अन्न यहा का खाते है पानी यहां का पीते है और गुणगान पाकिस्तान का करते है उन्होंने रामसेतू पर जो कविता पाठ किया उसे पूरी उपस्थितों ने तालियों से सम्मान देकर हौंसला बढ़ाया।
गफ्फार ने कहा ओ इटली की रानी पानी हम तुम्हें पिला देंगे अगर रामसेतु की नींव हिली तो दिल्ली दरबार हिला देंगे जिसे सब लोग राम कहते है हम उसे सलाम करते है। कवियत्री डा. मंजु दीक्षित ने अपने रचना पाठ में कहा जहां चारों और डाकूओं से ज्यादा नेता लुटेरा वो भारत देश है मेरा डा. मंजु दीक्षित और सूत्रधार सत्यनारायण सत्तन के बीच लम्बे समय तक चली नोक-झौंक, फुलझड़ी का श्रोताओं ने खूब आनन्द उठाया मंच को गरिमा प्रदान कर रहे राष्ट्रीय कवि एवं सुप्रसिद्ध गीतकार श्री विश्वेश्वर शर्मा ने मंच संभालते ही श्रोताओं को अपनी ओर आकर्षित किया उनके चुटीले व्यंग्य से भरपूर गीता ने खूब वाह-वाह लूटी उनकी चार पंक्ति इस प्रकार थी जब देश का दिवाला निकला नेता ने कहा ईलू-ईलू अंतिम कड़ी के रूप में मंच पर कविता पाठ करने के लिए अब्दुल गफ्फार ने सूत्रधार गुरु श्री सत्यनारायण सत्तन को आमंत्रित किया जनता की विशेष मांग पर उन्होंने गणेश वंदना रचना का पाठ लिया।
उन्होंने अपने अनोखे अंदाज में मंहगाई पर बार करते हुए कहा कि शनि महाराज के सिर पर चढ़ता था तेल अब तेल के सिर पर चढ़ गये पी.एम. उपस्थित सभी कवियों ने म.प्र. के मुख्यमंत्र शिवराजसिंह चौहान के कार्यकाल उनके द्वारा शुरु की गई योजनाओं को अपनी कविता में छुआ और आव्हान किया की उठा जागों और एक बार फिर शिव की सरकार बनाओं तथा घर-घर में कमल खिलाओं रात 4 बजे कवि सम्मेलन समाप्त हुआ। कवि सम्मेलन के शुभारंभ का संचालन संतोष झंवर भाजपा नगर अध्यक्ष ने किया तथा अंत में आभार जावर मण्डल के महामंत्री राकेश शर्मा ने व्यक्त किया कवि सम्मेलन सुनने हजारों नागरिक राम मंदिर चौराहे पर रात भर जमें रहे।