Tuesday, August 5, 2008

बजरंगियों नागरिकों ने जब थाना घेरा तो पुलिस के हाथ पांव फूले

आष्टा 4 अगस्त (नि.सं.)। रोजाना किसी ना किसी मामले में चर्चाओं में बने आष्टा थाने को आज भी चर्चा के साथ समाचार पत्रों में प्रमुख स्थान मिल गया है। कल रात से एक असहाय बुजुर्ग महिला जिसकी 4 वर्ष की मासूम बच्ची को एक युवक बुरी नियत से उठा ले गया था जिसके चिल्लाने पर उसे मण्डी क्षेत्र के साहसी युवकों ने उसके चुंगल से मुक्त कराकर महिला को जब थाने रिपोर्ट लिखाने भेजा तो पुलिस ने उसको भगा दिया। शिकायत नहीं लिखी सुबह फिर गई तो फिर भगा दिया। तब उसने अपनी पीड़ा बजरंगियों व अन्य को बताई। घटना की जानकारी के बाद बजरंगियों ने 50-100 की संख्या में थाने पहुँचकर घेराव किया तो पुलिस के हाथ पैर फूल गये और उसका वो गेम फेल हो गया जो कल रात से आज सुबह तक चल रहा था घेराव के बाद आष्टा पुलिस ने उक्त युवक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर बच्ची का मेडिकल कराया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आष्टा तहसील के ग्राम बापचा बरामद ग्राम की एक गरीब असहाय बुजुर्ग महिला जिसका नाम पार्वती बाई पत्नि मोती कई महिनों से आष्टा में रहकर अपनी 4 वर्ष की पौती कु. मानु पिता दिलीप के साथ दिन में भीख मांगनकर अपना व पौती का पेट पाल रही थी इतने दिनों से बताते हैं वो मंडी की जमीन पर बनी मजार पर रात्री में रहकर रात गुजारती सुबह फिर भीख मांगने चली जाती थी लेकिन यहाँ हुए अतिक्रमण के बाद वो यहाँ से हट गई और मंडी गेट पर एक किराने की दुकान के बाहर ओटले पर रात्री में रहकर रात गुजारती थी कल रात्री में वो उक्त दुकान के ओटले पर अपनी पोती के साथ सौ रही थी तभी थाने के सामने बसी कालोनी मालवीय नगर में रहने वाला एक आदिवासी युवक संतोष पुत्र नारायण बारेला सो रही बालिका को उठाकर खंडेलवाल मैदान के पीछे सुनसान एरिये में ले गया यहाँ उसने दाऊ पी और उक्त मासूम बालिका को भी जबरन दारु पीने के लिये मजबूर किया बालिका ने दारु पीने से मना किया तब संतोष ने जबरन दारु पिलाना चाही तो बालिका चिल्लाई बालिका की आवाज सुनकर मंडी गेट पर रहने वाले ब्रजमोहन शर्मा अपने साथ धर्मेन्द्र मालवीय, सुनील दुधी, अशोक मालवीय, आशीष शर्मा को साथ लेकर जिधर से आवाज आ रही थी वहाँ पहुँचे और उक्त बालिका को वहाँ से उठाकर ले आये। लड़की ही दादी उसके बाद पोती को लेकर रात में थाने गई तथा युवक को पुलिस के हवाले किया ।
महिला पार्वती बाई ने थाने में पत्रकारों को बताया की रात्री में उसकी शिकायत नहीं लिखी भगा दिया। सुबह भी नहीं लिखी तब मंडी गेट के अनेकों नागरिक, बजरंगी थाने पहुँचे और घेराव कर दिया तब जाकर पुलिस ने महिला की शिकायत दर्ज कर बच्ची का मेडिकल कराया। वैसे रिपोर्ट नहीं लिखने भगाने की बात से टीआई अतीक खान ने इंकार किया।
वहीं उक्त मासूम बच्ची से फुरसत ने जब अस्पताल में चर्चा की तो उसने बताया कि उसे वो आदती जबरन शराब पिला रहा था मैने मना किया की नहीं पिऊंगी तब चिल्लाई तो उक्त युवक ने बच्ची से कहा चिल्ला मत तथा किसी को बताया तो जान से मार दूंगा। पुलिस ने बताया कि पार्वती बाई मोतीलाल की शिाकयत पर आरोपी संतोष नारायण बारेला के खिलाफ धारा 363, 366, 376, 511, 506 के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर लिया है।

घेराव नहीं होता तो गेम हो गया था
आष्टा 4 अगस्त (नि.सं.)। आज अगर सुबह मासूम बच्ची को उठाकर ले जाने वाले मामले में सुबह बजरंगी और मंडी गेट के नागरिक व्यापारी थाने का घेराव नहीं करते तो मामला रोजनामचे में नहीं पहुँच पाता।
सूत्र बताते हैं कि कल रात से ही आरोपी का रिश्तेदार जो आष्टा मंडी में कर्मचारी है वो एक युवा नेता के साथ उक्त मामले का गेम जमाने में लग गये थे। घेराव के पहले ये दोनो थाने में ही थे लेकिन घेराव ने पूरा गेम बिगाड़ दिया और आखिर कर पुलिस को उक्त मामले में प्रकरण दर्ज करना ही पड़ा सुबह आरोपी के रिश्तेदार एवं उक्त नेता को थाने में काफी देर तक देखा गया था।


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