Tuesday, August 5, 2008

प्रेमचन्द्र जयंन्ती पर विचार एवं काव्य गोष्ठी सम्पन्न

सीहोर 4 अगस्त (नि.सं.)। म.प्र.लेखक संघ की जिला शाखा द्वारा आकाश कान्वेंट स्कूल अवधपुरी में आयोजित कहानी सम्राट मुंशी प्रेम चन्द्र की जयंती पर विचार गोष्ठी डॉ.बी.सी.जेन प्राचार्य कन्या महाविद्यालय की अध्यक्षता एवं डा.राजकपूर वर्मा विभाग प्रमुख पी.जी.कालेज के मुख्य अतिथ्य में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम की शुरूआत में अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि ने मॉ सरस्वती एवं मुंशी प्रेमचन्द्र के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर की। अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि के साथ ही प्रमुख वक्ता डॉ.पुष्पा दुबे प्राध्यापक पी.जी.कालेज एवं युवा कहानीकार पंकज पुरोहित सुबीर का पुष्पहार से स्वागत सुभाष जोशी, ब्रजेश शर्मा, जोरावर सिंह, एवं कु.पूजा जोशी द्वारा किया गया। प्रमुख वक्ता डॉ. पुष्पा दुबे ने प्रेमचन्द्र को महान कहानीकार एवं उपान्यास कार बताते हुऐ उनकी कृति गोदान,कफन, ईदगाह,पूस, की रात की पृष्ठभूमि पर विस्तार प्रकट किये पंकज पुरोहित ने प्रेम चन्द्र द्वारा निचले एवं शोषित वर्ग के व्यक्तियों को अपनी रचनाओं को नायक बनाये जाने के कारण उन्हें प्रथम कहानीकार बताया, श्री वर्मा ने भी प्रेमचन्द पर विस्तार से विचार प्रकट कियें,लेखन संघ के अध्यक्ष सुभाष जोशी ने प्रेमचन्द की लेखन शैली, चयनित विषय पर जोर दिया, अध्यक्षता कर रहें डॉ. जैन प्रेमचन्द की विचार धारा को सदैव ही समकालीन बने रहने एवं जीवन्त कहानियों के नायक के सदा संजीव बने रहने पर केन्द्रीय विचार प्रकट किये। कार्यक्रम का सफल संचालन सुभाष जोशी ने किया। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में आयोजित काव्य गोष्टी में सरस्वती वदंना का पाठ ओमप्रकाश तिवारी ने किया। कु.पूजा की रचना बच्ची जुबां न खोलेगी को सभी ने सराहा। जोरावर सिंह की व्यंग्य रचना एवं डॉ.यशवंत सिंह की प्रेम चन्द पर कविता प्रभावी रही ब्रजेश शर्मा ने अपनी शैली में व्यंग्य सुनाकर श्रोताओं का मन मोह लिया। डॉ.राजकुमार वर्मा ने अभी तो अपनी उलझने सुलझाने में लगा हूं रचना सभी को पसन्द आई अंत में सुभाष जोशी ने बादलों का आव्हान करते हुए अपनी रचना बादल आजा रहे है बरसात होना चाहिये किसान झल्ला रहे बरसात होना चाहिये सुनाई।
काव्य गोष्टी का संचालन ब्रजेश शर्मा ने किया। कार्यक्रम में श्रोताओं में वृंदावन मोर्य, माधवसिंह कुशवाह, सुनील मालवीय, कृपालसिंह सिसौदिया, धर्मेन्द्र गोयल, दीपक मालवीय, ज्ञानसिंह मालवीय, गुलाब सिंह कि उपस्थिति गरिमा रही। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन आकाश कान्वेंट स्कूल के संचालक श्री वृदावन मोर्य ने किया।


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