कमरे में बंद कर जूता दिखाकर अधिकारी से कहा साईन कर और फाईल मंगा
सीहोर 2 जुलाई (नि.सं.)। आज फिर नगर पालिका के प्रमुख अधिकारी के साथ कुछ असामाजिक तत्वों ने मारपीट का प्रयास किया, उन्हे कमरे में बंद कर दिया और जूता निकालकर दिखाकर जबरन फाईलों पर साईन कराने तथा फाईल बनवाने तथा चैक कटवाने के प्रयास किये। इस संबंध में अनुभवी नवागत कलेक्टर डी.पी. आहूजा को ऐसे अधिकारियों से बातचीत कर अब नगर पालिका में व्याप्त ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करना चाहिये और ऐसे तत्वों जिन पर पूर्व में ही कई अपराध पंजीबध्द हैं उन पर सख्त से सख्त कार्यवाही कर आम नागरिकों के रुपयों की बर्वादी होने से रोकना चाहिये।
नगर पालिका में पिछले दिनों अंधाधुंध कार्य करते हुए कुछ ठेकेदारों और नेताओं ने मिलकर ऐसे-ऐसे कार्य और घपले कर दिखाये हैं जो पहले कभी नहीं हुए थे। इनमें से ही कुछ घपलों की जांच करने के लिये 13 पार्षदों के निवेदन पर नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी आये थे और उन्होने बारीकी से जांच भी की थी। इसी जांच के कारण हुए कई गड़बड़ कार्यों की फाईलें जप्त करके भोपाल के अधिकारी ले गये हैं जिनकी जांच बारीकी से की जायेगी, लेकिन उधर जांच चलती रहे और इधर ठेकेदार किसी भी तरह अपना भुगतान करा लेना चाहते हैं।
इसी कारण आज कुछ नेता किस्म के ठेकेदारों ने नगर पालिका के वरिष्ठ अधिकारी को उसके कमरे में बंद कर लिया और अंदर जूता निकालकर मारपीट के अंदाज में उस पर दबाव बनाया। उससे फाईल वापस बनवाने या बुलवाने की बात कही साथ ही कुछ चैक पर हस्ताक्षर करवाने के प्रयास भी किये गये।
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्ववर्ती नगर पालिका एक अधिकारी के साथ ही इसी प्रकार कमरे में घुसकर उसे बंद कर मारपीट कर रुपये लेने के प्रयास किये गये थे। जनता के रुपये को नगर पालिका के माध्यम से यह असामाजिक प्रवृत्ति के लोग उल्टे-सीधे काम कर किसी भी तरह जीम लेना चाहते हैं इन पर अंकुश की आवश्यकता है।
नये कलेक्टर साहब डी.पी. आहूजा का सीहोर में पदार्पण हो चुका है। श्री आहूजा की कार्यशैली, कार्य के प्रति गंभीरता और जरा-भी गडबड़ी बर्दाश्त नहीं करने की प्रवृत्ति के किस्से भी नगर में शुरु हो चुके हैं। ऐसे में जिलाधीश से अपेक्षा है कि वह ऐसे कुछ तत्वों को नगर पालिका के अधिकारियों को बचायें, उनसे बातचीत कर इन लोगों के खिलाफ उचित कार्यवाही करें ताकि जनता के रुपयाें का दुरुपयोग न हो सके और ऐसे कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोग जो इन दिनो यादा सक्रिय हो गये हैं उन पर कैसे अंकुश लग सकता है, उनकी पुराने अपराधों की फेहरिश्त के आधार पर उन क्या कार्यवाही हो सकती है, इस तरफ ध्यान दे दें।
निश्चित ही जिलाधीश श्री आहूजा के इस विषय में ध्यान देने मात्र से नगर पालिका में चल रही गड़बडी एकदम व्यवस्थित हो सकती है और अधिकारियों पर दबाव बनाकर मारपीट कर, गाली-गलौच करने वालों पर अंकुश लग सके।