आष्टा 13 जून (नि.प्र.)। समय से पूर्व मानसून ने जारेदार दस्तक देकर किसानों को मानसून ने खेतों की और रुख करने को मजबूर कर दिया आष्टा क्षेत्र में कई जगह इतना पानी बरस गया की वहाँ बोवनी हो सकती है। वहीं कई स्थान ऐसे हैं जहाँ और पानी गिर गया तो शीघ्र बोवनी कार्य शुरु हो जायेगा। लेकिन किसानों को सुपर खाद और प्रमाणिक स्तर का बीज नहीं मिल रहा है किसान खाद बीज के लिये दर- दर भटक रहा है दावे किये जा रहे थे कि इस बार किसानों को सेवा सहकारी समितियों से भरपूर खाद एवं अनुदान पर सोयाबीन का बीज मिलेगा लेकिन बीज अभी तक समितियों तक पहुँचा ही नहीं है खाद सुपर थोड़ा बहुत आया था पलक झपकते ही खत्म हो गया। वहीं खाद की दुकानों पर नामी कम्पनियों की खाद की आपूर्ति खाद कम्पनियाँ नहीं कर रही है इससे जो नामी कम्पनियों से मिलते जुलते नाम की नकली हल्के स्तर की खाद लाये हैं वे मजे लूट रहे हैं वहीं बीज समितियों में नहीं आने से किसान मजबूरी में जहाँ से जैसा बीज जिस भाव में मिल रहा है ले जा रहा है। किसान दर-दर भटक रहा है लेकिन स्थानीय प्रशासन को किसानों की इस गंभीर समस्या की और कोई चिंता नजर नहीं आ रही है।
मांग बढी - समितियों में बीज नहीं आने से बाजार में तथा मंडी में बीजू सोयाबीन की मांग बढ़ गई है भाव भी जो बोल दिया सो बोल दिया किसान फिर भी ले जा रहा है।
कृषि विभाग उधर भी देखे - सोयाबीन की बुआई जारी होने वाली है ऐसे में गांव-गांव में कई वाहन कीटनाशक दवा के पहुँच रहे हैं कहीं ये नकली दवा तो नहीं बेच रहे हैं कृषि विभाग को इस और ध्यान देना चाहिये। मोहन बाबू शर्मा ने ये कहा- सेवा सहकारी समितियों में ना ही बीज मिल रहा है और ना ही सुपर खाद जब इस संबंध में जिला सहकारी बैंक आष्टा शाखा प्रबंधक मोहन बाबू शर्मा से चर्चा की तो उन्होने कहा कि बीज की डिमांड भेज दी है। रोज चर्चा भी कर रहे हैं कहा जा रहा है 1-2 दिन में आ जायेगा। सुपर खाद लगभग 175 टन आई थी जो बिक गई है उक्त खाद की और डिमांड भेजी है। समितियों में अन्य खाद उपलब्ध है।