Tuesday, May 6, 2008

अब घर में बैठे खुलेंगे गरीब कमजोर वर्ग के बैंक खाते, अंगूठा निशानी पर बन जायेगा स्मार्ट कार्ड, मुख्यमंत्री लाये नई योजना

सीहोर 5 मई (नि.सं.)। सुदूरवर्ती ग्रामीण अंचलों में निवासरत समाज के कमजोर वर्ग के लोगों को घर बैठे बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए बैंक ऑफ इंडिया द्वारा वित्तीय समावेशन योजना लागू की गई है। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने रविवार को रेहटी में वित्तीय समावेशन योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने आई.टी.इनेबिल्ड कार्ड संचालित करने वाली मशीन इमफास्ट का अवलोकन किया और ग्राम ऊंचाखेड़ा और होलीपुरा के नि:शक्तजनों को कार्डो का वितरण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गरीब एवं निम्न आय वर्ग के लोगों को समर्थ योग्य लागत पर बैंकिग सेवाएं प्रदान करने के लिए लागू की गई इस योजना पर खुशी जाहिर की।
इस मौके पर प्रदेश के ग्रामोद्योग, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री करणसिंह वर्मा, अध्यक्ष वन विकास निगम श्री गुरूप्रसाद शर्मा, अध्यक्ष वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत, अध्यक्ष मार्कफेड श्री रमाकांत भार्गव, श्री शिव चौबे सहित अन्य जन प्रतिनिधि मौजूद थे।
बैक ऑफ इंडिया के आंचलिक महाप्रबंधक श्री दीपक गुहा ने बताया कि बैंक ऑफ इंडिया मध्यप्रदेश में वित्तीय समावेशन योजना क्रियान्वित करने वाला पहला बैंक है। बुधनी तहसील से जिस योजना की शुरूआत की जा रही है उसे बैंक की सभी शाखाओं में क्रियान्वित किया जाएगा। उन्होने बताया कि अभी तक 5 सौ से अधिक खाते खोलकर स्मार्ट कार्ड तैयार किए गए हैं। बुधनी ब्लाक के होलीपुरा और ऊंचाखेड़ा ग्रामों का प्रायोगिक तौर पर चयन किया गया है। बैंक द्वारा ग्रामीणों को घर बैठे बैकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को अपने पैसे जमा कराने और निकालने के लिए बैंक जाने की जरूरत नहीं पडेगी बल्कि बैंक द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच कर यह कार्य किया जाएगा।
इस मौके पर कलेक्टर श्री राघेवन्द्र कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, जिला पंचायत सीईओ श्री अरूण कुमार तोमर, इंटीग्रा कंपनी के प्रबन्ध संचालक श्री जैन, प्रतिनिधि श्री गौतम, बैंक ऑफ इंडिया आंचलिक कार्यालय के मुख्य प्रबन्धक श्री एन.पी.पराते, जिला प्रबन्धक श्री एन.के.खरे मौजूद थे।
क्या है वित्तीय समावेशन योजना प्रबंधक अग्रणी बैंक, बैंक ऑफ इंडिया श्री नरेन्द्र खरे ने बताया कि वित्तीय समावेशन योजना में ऐसे व्यक्तियों को बैंकिंग सुंविधा मुहैया कराई जाएगी जो किन्हीं कारणों के चलते बैंक जाने में असमर्थ हैं। अशिक्षित, गरीब और कमजोर वर्ग के व्यक्तियों को घर बैठे राशि जमा कराने और निकालने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। ग्रामीणों के खाते खोलने की कार्यवाही की जा रही है। व्यक्ति की पहचान के लिए अगूंठा और उगलियों के निशान लेकर स्मार्ट कार्ड तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि योजना के तहत बैंक द्वारा एजेन्ट को नियुक्त किया गया है।