Wednesday, April 9, 2008

फुरसत अब पूरे विश्‍व में पढ़ा जा सकेगा

फुरसत के अंतरताना संस्करण का नववर्ष पर हुआ मंगलमय शुभारंभ
सीहोर
8 अप्रैल (नि.सं.)। जिले से प्रकाशित एकमात्र हिन्दी समाचार पत्र फुरसत का अब अंतरताना संस्करण (इंटरनेट) का प्रारंभ भी होना एक सुखद बात है। जिससे न सिर्फ सीहोर की पहचान पूरे विश्व में बनेगी बल्कि पूरे विश्व में तथा भारतवर्ष में रहने वाले सीहोर के लोगों व नगर की बेटियों के लिये अब सीहोर की ताजा खबरें आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी। भारतीय नववर्ष पर फुरसत के इंटरनेट चिट्ठे का शुभारंभ फुरसत की राष्ट्रवादी विचारधारा का द्योतक है।


उक्त बात कल एक अनौपचारिक समारोह में संस्कार भारती संस्था के जिला अध्यक्ष व जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष मुकेश सक्सेना ने कही। भारतीय नववर्ष पर नये कार्य का शुभारंभ करते हुए दैनिक फुरसत परिवार ने अब फुरसत के संस्करण को पूरे देश व विदेश तक पहुँचाने की पहल की और फुरसत ने इंटरनेट पर एक चिट्ठा भी बनाया है। जिस पर प्रतिदिन फुरसत में प्रकाशित होने वाले ताजा तरीन समाचार को पढ़ा जा सकेगा। इस बेवसाईट चिट्ठे के अनौपचारिक उद्धाटन समारोह में कल नगर के वरिष्ठ नागरिकगण व पत्रकारगण उपस्थित थे। वरिष्ठ गल्ला व्यापारी अनिल जी पालीवाल, कैलाश जी अग्रवाल, पत्रकारगण श्री पुरुषोत्तम कुईया, श्री रामनारायण जी ताम्रकार, राकेश समाधिया, सुरेश साबू, अनिल राय, अभिभाषक वृजेन्द्र श्रीवास्तव, मनोज दीक्षित मामा, सुशांत समाधिया सहित सम्माननीय पंडित रामप्रसाद ब्रजवासी व श्री पृथ्वीबल्लभ जी दुबे उपस्थित थे। रविवार सायं शुभ मुहूर्त में फुरसत के इस अंतरताना संस्करण को पूरे विश्व के पाठकों के लिये खोल दिया गया।
उपस्थित फुरसत परिवार के सदस्यों को संपादक आनन्द भैया ने बताया कि 1 जनवरी वर्ष 2008 से लेकर प्रतिदिन के सारे महत्वपूर्ण समाचार जो फुरसत में प्रकाशित किये गये हैं वह इस बेवसाईट पर आसानी से देखे जा सकते हैं। साथ ही इसे नई यूनिकोड हिन्दी में बनाया गया है ताकि यह किसी भी कम्प्यूटर पर आसानी से देखी जा सके। बेवसाईट की विशेषताओं के संबंध में बताया कि इसमें जहाँ आप अपनी मनचाही तारीख के अनुसार फुरसत के समाचार-आलेख आदि पढ़ सकते हैं वहीं यदि आप तारीख नहीं बल्कि किसी स्तंभ विशेष के समाचार देखना चाहते हैं तो उसके लिये भी इसमें समाचार व्यवस्थित किये गये हैं। आप चाहें तो फुरसत की खासखबर, खबर ही तो है, होली विशेषांक, न्यायालय के समाचार, उपभोक्ता फोरम के समाचार, सांस्कृतिक व धार्मिक समाचार, आपराधिक समाचार, जल संकट से संबंधित समाचार, खेती-किसानी, फागुन हास्य समाचार, योतिष समाचार अथवा फुरसत की संपादकीय या विशेष लेख अलग से चटकाकर (माउस से क्लिक कर) पढ़ सकते हैं।
फुरसत के इस चिट्ठे को देखकर अतिथि श्री अनिल पालीवाल ने कहा कि वाकई फुरसत की अनुकरणीय पहल है, तथा जिस ढंग से इसे व्यवस्थित किया गया है वह संपादक की कड़ी मेहनत का प्रतिफल है। श्री कैलाश अग्रवाल ने कहा कि मेरे कई मित्र ऐसे हैं जिनके परिवार के सदस्य सीहोर से बाहर रहते हैं अब उन्हे इसके माध्यम से सीहोर के ताजा समाचार मिल जाया करेंगे, यह उपलब्धि है। वरिष्ठ पत्रकार श्री पुरुषोत्तम कुईया ने कहा कि पूरे विश्व में कम्प्यूटर पत्रकारिता बढ़ रही है ऐसे में सीहोर के ताजा समाचार बड़ी मात्रा सुव्यवस्थित रुप से उपलब्ध होना एक अच्छी शुरुआत है। श्री ताम्रकार ने कहा कि मैने बड़े अखबारों की बेवसाईट भी देखी हैं लेकिन जितनी व्यवस्थित फुरसत की बेवसाईट है जहाँ तारीखवार व विषय की रुचि के अनुसार समाचार पढ़े जा सकते हैं वह किसी अन्य अखबार की नहीं है।
संस्कार भारती के मुकेश सक्सेना ने कहा कि इंटरनेट वाकई कमाल की व्यवस्था है जहाँ आज हर एक विषय उपलब्ध है, ऐसे में खुशी इस बात की है कि अब कहीं कोई यदि सीहोर के लिये सर्च करेगा तो उसे फुरसत के बेहतरीन समाचार और पूरी सीहोर की जानकारी मिल जायेगी। पं. पृथ्वीबल्लभ दुबे ने इस अवसर पर फुरसत परिवार को उन्नति का आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर संपादक आनन्द भैया ने उपस्थित सभी फुरसत परिवार के सदस्यों को बताया कि अब निश्चित रुप से पूरे देश में सीहोर से जुड़े लोगों को सीहोर के ताजा समाचार पढ़ने को मिलेंगे। न सिर्फ सीहोर की बेटियां जो आज बाहर बहु बनकर रह रही हैं उन्हे बल्कि सीहोर के बहुत बड़ी संख्या में ऐसे युवक जो बड़ी कम्पनियों में काम करके सीहोर का नाम रोशन कर रहे हैं, साथ ही पूर्व कलेक्टर, एस.पी. व अन्य शासकिय अधिकारी जो बाहर जाकर भी सीहोर से जुड़े रहते हैं उन सभी वर्ग के लोगों को सीहोर के समाचार अब आसानी से उपलब्ध हो जायेंगे। उन्होने उदाहरण दिया कि देश की आतंकवादी प्रतिबंधित संस्था सिमी के आतंकवादी सीहोर में पकड़ाये हैं जिसके अधूरे समाचार पूरे देश में फैल जायेंगे लेकिन लोगों को पूरी जानकारी नहीं मिल पायेगी। ऐसे में बाहर रहकर भी कोई जानकारी लेना चाहे तो अब फुरसत के बेवसाईट से ले सकता है। गूगल सर्च में भी फुरसत बेवसाईट आ गई है। अंत में सभी उपस्थितों का आभार अनिल राय व सुशांत समाधिया ने माना।