Wednesday, April 9, 2008

कानून तोड़कर जुल्म करने वाला कानून से बच नहीं सकता

सीहोर 8 अप्रैल (नि.सं.)। अभिभाषक समाज को न्याय दिलाते है, यह आंदोलन भी इसी श्रृंखला का अंग है । यह आंदोलन ऐसे लोगों की प्रवृत्ति को कुचलना है जो समझा बैठे है कि हम कानून तोडक़र किसी को भी नेस्तनाबूत कर सकते है, पर उनका यह भ्रम है । कानून तोड़कर जुल्म करने वाला कानून से बच नही सकता । यह बात वरिष्ठ अधिवक्ता भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुदर्शन महाजन ने अधिवक्ता पत्रकार रामनारायण ताम्रकार को प्रताड़ित करने के विरोध में आयोजित धरना स्थल पर संबोधित करते हुए कहें । यह धरना जिला अभिभाषक संघ ने तहसील कार्यालय के सामने रखा था । धरने में वकील, राजनैतिक, पत्रकार तथा शहर के प्रतिष्ठित नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए ।
जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष जसपालसिंह अरोरा ने कहा कि अतिक्रमण के नाम पर किया गया । कार्य बदले की भावना भरा था । इसकी जितनी निंदा की जाए कम है । जिला प्रशासन के उत्तरदायी अधिकारियों को हटाकर कार्रवाई की जानी चाहिये । पूर्व विधायक शंकरलाल साबू ने जहां सीधे मुख्यमंत्री श्री चौहान को निशाना बनाते हुए कहा कि सच उगलने वाले पत्रकार के मामले में उनका चुप रहना रहस्यमय ही नही उनके लिए प्रश्चिन्ह बना है । उन्होंने कहा कि कलेक्टर को तत्काल हटाना चाहिये और एसडीएम, तहसीलदार, सीएमओ को निलंबित कर अपर प्रकरण कायम करना चाहिये । म.प्र. अंत्योदय समिति के सदस्य वरिष्ठ भाजपा नेता बालकृष्ण नामदेव ने समूचे घटनाक्रम में राजनीति को दूर कर कलम को तोड़ने वाले अधिकारियों पर तीखे आरोप लगाकर कार्रवाही की मांग की । वरिष्ठ भाजपा नेता अधिवक्ता महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा की वकील न्याय दिलाते हेै, यह हमला तो हमारे परिवार के सदस्य पर हुआ है ।
प्रात: 10 बजे शुरू हुए धरने मं अधिवक्ता केयू कुरैशी, रविंद्र दयाल सक्सेना, शरद जोशी, मुकशे प्रगट, एनपी उपाध्याय, महेश दयाल चौरसिया, जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष, मुकेश सक्सेना, कांग्रेस नेता राजेश आजाद, मुस्लिम त्यौहार कमेटी के नवाब भाई, राष्ट्रवादी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नौशाद खान, भाजशा के जिला महामंत्री श्याम चौरसिया, पत्रकार ओम मोदी ने भी संबोधित किया ।
इस अवसर पर जिला अभिभाषक संघ के सदस्य अधिवक्ताओं के अलावा वरिष्ठ पत्रकार पुरूषोत्तम कुईया, बसंत दासवानी, विमल जैन, आंनद गांधी, सुनील शर्मा, श्रवण मावई, नगरपालिका के पार्षद राहुल यादव, शमीम अहमद, भाजपा पार्षद भोजू यादव, हृदेश राठौर, कांग्रेस नेता दौलत यादव, प्रतिष्ठित व्यवसायी अशोक बिहाणी, समाज सेवी कमल झंवर, भाजपा प्रवक्ता नरेश मेवाड़ा, पंचायत राज संगठन के जिलाध्यक्ष महेश दुबे, केएन दुवे, अनूप चौधरी, राजकुमार कसोटिया, शंकरलाल ताम्रकार, महेश ताम्रकार, गोविंद ताम्रकार, सेवा यादव, कांग्रेस नेता सुरेश साबू, समाजसेवी हरीश चंद्र अग्रवाल, राजू विश्वकर्मा, मोतीलाल राय, मुरलीधर राय, वीरबल कुशवाह, सहित बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए। धरना स्थल पर सर्वानुमति से निर्णय लिया गया कि घटना के उत्तरदायी कलेक्टर को तत्काल हटाकर अन्य को निलंबित किया जाए । कार्यक्रम का संचालक संघर्ष समिति अध्यक्ष मेहरबान बलभद्र ने किया तथा आभार प्रदर्शन टिंगोरिया ने माना ।
शिवराज भोला ही नही सीधा है मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, भोला ही नही सीधा भी है वह जब उसने घटना सुनी तो उनकी आंखे नम हो गई थी। उन्होंने उसी दिन शाम को जांच के आदेश भी दिए थे । व्यस्तता के चलते परिणाम नही दिखे है । उम्मीद है कि वह बख्शेगा नही चाहे कोई उसका कितना ही नजदीक प्रचारित करे । यह बात भाजपा के वरिष्ठ नेता सुदर्शन महाजन ने की । उनका कहना था कि कुछ वक्ताओं ने उनको लेकर नाराजगी जताई है वह स्वाभाविक भी है पर भरोसा करिए दोषी बख्शे नही जायेंगे ।