Wednesday, April 9, 2008
कलयुगी पुत्र ने पिता को ऐसा मारा की वो मर ही गया
खाचरौद 8 अप्रैल (नि.प्र.)। अकसर सुनते है कि पुत्र-कुपुत्र हो सकता है लेकिन माता कभी कुमाता नही होती है । ऐसा ही एक कुपुत्र इन दिनों जेल की हवा खा रहा है कारण यह कि खेनियापुरा ग्राम में रहने वाले दिलीप सिंह सेंधव उम्र 55 वर्ष पर शनिवार को सुबह उसी के पुत्र जिसका नाम तेजसिंह उर्फ पप्पू ने लकड़ी का खल्ला मारकर गंभीर घायल कर दिया था पुत्र ने पिता पर हमला इसलिए किया था कि पुत्र के बार-बार कहने के बाद भी पिता उसका इलाज नही करा रहा था । गंभीर अवस्था में घायल पिता का इलाज के लिए भोपाल मे चल रहा था जहां उसकी मृत्यु हो गई है । स्मरण रहे शनिवार को घटी उक्त घटना के बाद जब सिद्दीकगंज पुलिस आरोपी को सिविल अस्पताल लाई थी तब वो पुलिस को धक्का देकर भागने के प्रयास में था भागा तो जरूर लेकिन एक जागरूक नागरिक के प्रयास से पकड़ा गया था । बाद में उसे विद्वान न्यायाधीश सुधीर चौधरी के समझ प्रस्तुत किया था जहां से उसे जेल भेज दिया था । सिद्दीकगंज थाना प्रभारी श्री पांडे ने बताया कि आरोपी ने जिस खल्ले का उपयोग पिता को मारने के लिए किया था उसे भी जप्त कर लिया गया है ।