Wednesday, March 12, 2008

वार्ता एजेंसी को खबर देने वाले पत्रकार की पिटाई का मामला विधानसभा में गूंजा, रायपाल को ज्ञापन दिया

सीहोर 11 दिसम्बर (फुरसत)। राष्ट्रीय यूनिवार्ता एजेंसी के स्थानीय प्रमुख और राज एक्सप्रेस अखबार के ब्यूरो प्रमुख वरिष्ठ पत्रकार रामनारायण ताम्रकार की दुकान पर कल नगर पालिका ने एसडीएम की उपस्थिति में जिस प्रकार बर्वरता पूर्वक जेसीबी चलाकर पूरा सामान नष्ट कर दिया, और आर्थिक क्षति पहुँचाई उसके बाद यहाँ जिले भर में इस घटना को लेकर तीव्र रोष है। कांग्रेसजनों ने कल ही घटना का विरोध किया, आज रायपाल से मिलकर घटना के विरोध में संबंधित अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग उठाई। साथ विधानसभा अध्यक्ष श्री ईश्वर दास रोहाणी ने पहली बार किसी मामले में सीधे बोलते हुए कहा कि यदि इस तरह की घटना घटी है तो सर्वप्रथम अब अगली सारी कार्यवाही रोकी जाये। आज दिनभर ताम्रकार समाज की दुकानें विरोध स्वरुप बंद रहीं। जनता आज भी मौन दिखी, लेकिन न सिर्फ चौराहों बल्कि हर दुकान, हर घर में घटनाक्रम की निंदा होती रही। साथ ही निरंकुश पुलिस प्रशासन का भय भी बन गया है। आज अभिभाषक संघ ने भी घटना पर तीव्र रोष व्यक्त किया है साथ ही कल आंशिक रुप से काम भी बंद रखा है।
वरिष्ठ पत्रकार रामनारायण ताम्रकार से समाचारों की खुन्नस के प्रतिफल स्वरुप कल स्थानीय बस स्टेण्ड पर भारी भीड़ की उपस्थिति में जिस प्रकार पुलिस ने डंडे चलाकर माहौल में दहशत पैदा की, कईयों को पकड़कर वाहन में बैठाया और उसके बाद प्रसिध्द ससुराल चौपाटी गिफ्ट हाउस की एक माह पूर्व नये सामान के साथ बनी दुकान को तोड़-फोड़ डाला गया ।
नगर पालिका की जेसीबी मशीन ने जिस प्रकार न सिर्फ अतिक्रमण हटाया, बल्कि लाखों रुपये के कीमति सामान, कुर्सियां और चद्दरें जेसीबी का हाथ मार-मार क्षतिग्रस्त कर दीं, एक पानी की सिंटेक्स टंकी को जानबूझकर तोड़ दिया, बल्कि एक लाख रुपये से यादा का कीमति सजावट का सामान के ऊपर से जेसीबी निकाली इतना ही नहीं बल्कि कुछ बच न सके इसलिये बाद में मिट्टी भी सामान के ऊपर डाल दी गई थी। जिसे बड़ी संख्या में यहाँ उपस्थित लोगों ने चुपचाप देखा था। एक कम्प्यूटर को उठाकर इस मशीन ने फेंक दिया था। ऐसे न जाने कितने दृश्य उपस्थित हुए थे जो लोगों के जहन में यही सवाल पैदा कर रहे थे कि क्या सामान खुद यह नगर पालिका वाले ही हटा नहीं सकते थे ? क्या यह सामान खुद पुलिस उठाकर जप्त नहीं कर सकती थी? क्या सामान तोड़ा जाना जरुरी था ? क्यों किया जा रहा है इस कीमति सामान का नुकसान?
उल्लेखनीय है कि संबंधित दुकान मालिक वरिष्ठ पत्रकार रामनारायण ताम्रकार चूंकि वार्ता जैसी राष्ट्रीय एजेंसी के संवाददाता हैं इसलिये उनके द्वारा विगत दिवस कुछेक खबरें एजेंसी को जारी की गई थी। यह खबरें यहाँ मध्य प्रदेश शासन के कुछेक लोगों को काफी बुरी लगी थीं। इसके बाद यहाँ लगातार मामला गर्माते हुए सिर्फ तीन दिन बाद ही यह घटना घटी। खुद पीड़ित पत्रकार, अभिभाषक व कांग्रेस नेता रामनारायण ताम्रकार ने यहाँ स्पष्ट कहा है कि उनके साथ बदले की भावना से प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
इस मामले से कांग्रेसजन भी विक्षुब्ध हो गये और लोकप्रिय कांग्रेस नेता सजन भैया को कल ही अवगत कराया गया। पूर्व मंत्री सजन वर्मा ने कल विधान सभा में इस पर चर्चा की और आज विधानसभा में ध्यानाकर्षण भी कराया गया, इस मामले की जानकारी जब विधानसभा अध्यक्ष श्री ईश्वर दास रोहाणी को लगी तो उन्होने भी मामले में किसी पत्रकार के साथ हुए क्रूर व्यवहार को अति संवेदना के साथ लिया और गृहमंत्री को स्पष्ट निर्देश दिये कि वह अगली कार्यवाहियां रुकवाये और पहले मामले को समझा जाये।
इधर सजन भैया की उपस्थिति में कांग्रेस के वरिष्ठ प्रादेशिक नेताओं ने रायपाल श्री बलराम जाखड़ से भी मुलाकात की। आज ताम्रकार से अनेक प्रादेशिक कांग्रेस नेता प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी राजीव सिंह जी, प्रवक्ता माणक अग्रवाल, अरविन्द मालवीय जी, पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल व अन्य जन बल्कि सीहोर विधायक रमेश सक्सेना भी भोपाल स्वास्थ्य लाभ पूछने पहुँचे। सांसद व केन्द्रिय मंत्री सुरेश पचौरी ने भी श्री ताम्रकार से दूरभाष पर बातचीत करते हुए घटनाक्रम पर दुख प्रकट किया उन्होने दूरभाष पर कहा कि मैं माननीय रायपाल जी व मुख्य सचिव से भी बात कर रहा हूं उन्होने बर्बरता पूर्वक की गई कार्यवाही की भर्त्सना की। इधर नगर के वरिष्ठ कांग्रेसजन अध्यक्ष कैलाश परमार, दमदार कांग्रेस नेता जसपाल अरोरा आदि भी लगातार श्री ताम्रकार के पास बने हुए हैं।
इधर सीहोर में आज मंगलवार बाजार के दिन ताम्रकार समाज ने विरोध स्वरुप दिनभर अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। ताम्रकार समाज में घटना को लेकर खासा आक्रोश है, क्योंकि श्री रामनारायण ताम्रकार समाज के पूर्व अध्यक्ष हैं और समाज के वरिष्ठ भी हैं। समाज ऊपर तक मामले को ले जाकर इस प्रकार की गई घटना को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश प्रकट करने की योजना भी बना रहा है।
उधर अभिभाषक संघ ने आज एक बैठकर घटनाक्रम पर रोष प्रकट किया है साथ ही कल कार्य नहीं करने का कदम भी उठाया है।
आज दिनभर नगर में कल की घटना ही चर्चा में रही। चर्चा इतनी अधिक थी कि न सिर्फ चौराहों पर बल्कि हर दुकान पर दो लोगों के मिलने पर एक ही चर्चा हो रही थी देखो किस प्रकार पूरी दुकान तोड़ दी गई, तोड़ना ही था तो अतिक्रमण तोड़ते, पूरी दुकान क्यों नष्ट की। इन चर्चाओं के साथ ही आज हर वर्ग में एक अनजान भय का वातावरण भी दिखा।

भेज दिया गया जेल, अशोक सुमित ताम्रकार व घनश्याम को भोपाल अस्पताल से ले आई पुलिस सीहोर। आज अचानक पुलिस हमीदिया अस्पताल पहुँची और वहाँ भर्ती वरिष्ठ पत्रकार रामनारायण ताम्रकार के घायल पुत्र जिसकी पीठ पुलिस के डंडो की मार से लाल हो रही थी उसे, श्री ताम्रकार के भाई अशोक ताम्रकार प्रसिध्द आदर्श तुलसी मानस मण्डल के अध्यक्ष को अपने साथ बैठाकर सीहोर ले आई तथा श्रमिक नेता व राज एक्सप्रेस के कर्मचारी घनश्याम यादव को पुलिस ने सीहोर से गिरफ्त में लेकर कोतवाली में बैठा लिया। तीनों को सुबह से दोपहर तक कोतवाली में बैठाये रखा गया और दोपहर बाद करीब 4 बजे अचानक दो वाहनों के काफिले व पुलिस बल के साथ इन्हे न्यायालय में उपस्थित किया गया। जहाँ सिर्फ 3 मिनिट में माननीय न्यायाधीश जी ने मामले को समझते हुए जेल वारंट कर दिया। यहाँ अभिभाषक एक गैरजमानती धारा के कारण जब अन्य न्यायाधीश के समक्ष मामले को ले जा रहे थे उसी दौरान यहाँ पुलिस तीनों को जेल ले गई। कुल मिलाकर आज माननीय न्यायालय से जमानत नहीं हो सकी।