Wednesday, March 12, 2008

गाजे-बाजे के साथ चतुर्विध संघ संचेती निवास से किला मंदिर पहुंचा, सभी ने प्रभु के दर्शन किये

आष्टा 11 मार्च (नि.प्र.)। मालव गिरनार तीर्थ स्वरूप तीर्थ नगरी आष्टा में श्री नेमिनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर में पूज्य आचार्य देवश्री अजितसेन सू.म.सा. पूज्य आचार्य देवश्री विजय नयवर्धन सू.म.सा. पन्यास प्रवर पूज्य श्री हर्षतिलक विजयजी म.सा. की निश्रा में कल भगवान नेमिनाथ जी की प्रतिष्ठा विधि प्रधान के साथ संपन्न होने के बाद आज 11 मार्च को प्रात: 5.45 बजे पूरा चतुर्विध संघ राजमल छगनमल संचेती के बड़ा बाजार स्थित निवास पर पहुंचा और द्वार उद्धाटन की बोली का लाभ लेने वाले श्री संचेती परिवार को साथ लेकर गाजे-बाजे के साथ श्री श्वेताम्बर जैन मंदिर पहुंचा । यहां पर आचार्य ने भगवान के प्रथम दर्शन एवं द्वार उद्धाटन के पहले मंत्रोच्चार कराया और बाद में दिलीप संचेती, नवनीत संचेती, पुनीत संचेती, पंकज भाई जवेरी, अरूणा बेन आदि ने द्वार पर लगे ताले को खोला और मंदिर में प्रवेश कर मंदिर की सफाई कर सभी को भगवान के विधि-विधान के साथ प्रथम दर्शन कराये। इस अवसर पर कुछ पूजन आदि की बोलियां भी लगाई गई । इसके बाद गुरू मंदिर का भी द्वार उद्धाटन पंकजभाई एवं नवनीत संचेती परिवार ने किया और गुरूमूर्ति के दर्शन कराये गये। प्रात: आचार्य श्री विजय नयवर्धन सू.म.सा. ने सासंघ आष्टा से सेवदा के लिये मंगल विहार किया। रास्ते में मुनि संघ कैलाश वोहरा, विनीत सिंगी, नवनीत संचेती, रविन्द्र रांका, पारस मल सिंघवी आदि श्रावकों के निवास पर भी पहुंचें यहां पर गुरूपूजन किया गया । इसके बाद मुनि संघ आष्टा से सेवदा के लिये रवाना हो गया । आचार्य श्री को सेवदा श्रावक-श्राविकाये विदा करने पहुंचे। आचार्य श्री ने पुन: आष्टा पधारने एवं एक चातुर्मास आष्टा में करने की भी विनती की गई । इसके बाद किला मंदिर जी में सत्तरभेदी पूजन कार्यक्रम का लावा श्री नथमल ताराचंद रांका परिवार ने लिया । आज की नौकारसी का लाभ श्री भाविक भाई, मोतीचंद भाई झवेरी, निर्मल कुमार रांका, दिलीप कुमार, नवनीत कुमार संचेती एवं स्वामी वात्सल्य के लाभार्थी प्रेमकुमार, हेमंत-विनित सिंगी एवं श्रीमति चन्दा बेन गोखरू ने लिया । प्रतिष्ठा कार्यक्रम को पूरे विधि -विधान से संपन्न कराने वाले प्रतिष्ठा चार्य श्री नवीन भाई जामनगर, गुजरात का प्रतिष्ठा महोत्सव समिति आष्टा ने आभार व्यक्त किया ।