सीहोर 1 जनवरी (नि.सं.)। अंग्रेजी नववर्ष मनाने वाले भारतीयों ने कल ईसाई पध्दति से रात की 12 बजे त्यौहार मनाया और खुशी जाहिर की। आज 1 जनवरी को बड़ी संख्या में लोग मंदिर पहुँचे और नववर्ष की शुभकामना दी व एसएमएस किये।
विदेशी त्यौहार भी धीरे-धीरे भारतीय संस्कृति में रचने बसने लगे हैं और इसी का परिणाम है कि ईस्वी सन के साथ-साथ नये ईस्वी वर्ष को भी भारत में मनाये जाने लगा है। हालांकि समीपस्थ देशों में जहाँ विश्व की प्राचीन व मान्य संस्कृति चीन हो या जापान इन देशों में आज भी नववर्ष उनके स्थानीय रीति-रिवाज के साथ पूरा देश एक साथ एक स्वर में मनाता है लेकिन भारतवर्ष में ईसाई नववर्ष मनाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
यहाँ भारतीय संस्कृति में सूर्य उदय से नये दिन की शुरुआत मानी जाती है, लेकिन ईसाईयों की तरह रात के 12 बजे से ही अंग्रेजी केलेण्डर का दिन बदल जाता है इसलिये बड़ी संख्या में कल 31 दिसम्बर की रात को नवयुवा वर्ग देर रात तक जगा और 12 बजने के बाद एक-दूसरे को नववर्ष की बधाईयाँ दी गई। कल युवकों ने जमकर व्हीस्की और दारु पीकर भी नववर्ष मनाया, विदेशी त्यौहार की यही संस्कृति है इसलिये कल खाने-पीने के अलावा नाच गाना भी खूब हुआ।
आज 1 जनवरी को बड़ी संख्या में लोगों ने मंदिरों में जाकर ईसाई नये वर्ष को मनाते हुए भगवान से आशीर्वाद मांगा कि ईसाई वर्ष 2009 के सालभर हमारे अच्छे से दिन बीतें।
आज गणेश मंदिर सहित सभी मंदिरों में दर्शनार्थी पहुँचे। गणेश मंदिर में लगी लम्बी लाईनों के कारण लोगों को घंटो दर्शन के लिये इंतजार करना पड़ा।