Friday, May 30, 2008

धार्मिक शिविरों से ज्ञान बढ़ता है- मनु व्यास

आष्टा 29 मई (नि.प्र.)। धार्मिक शिविरों के आयोजन से व्यक्ति धर्म से जुड़कर ज्ञान भी बढ़ाता है । बच्चो में भी एक अलग उत्साह दिखा । धार्मिक कार्यो के प्रति सभी को सक्रिय रहना चाहिये ।
उक्त उद्गार दस दिवसीय अनेकांत, सम्यग्ज्ञान पर शिक्षण एवं संस्कार शिविर के समापन के अवसर पर श्री दिगम्बर जैन पार्श्वनाथ मंदिर किला पर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री मनु व्यास ने व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे शिविरों से धर्म के प्रति आस्था बढ़ती है और ज्ञान भी । श्री दिगम्बर जैन समाज के प्रवक्ता एवं समारोह की अध्यक्षता कर रहे नरेन्द्र गंगवाल ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार के शिविर होते रहना चाहिये । भावी पीढ़ी को धर्म का ज्ञान तो मिलता ही है, साथ ही उन्हें संस्कार भी मिलते है, श्री गंगवाल ने आगे कहा कि इस शिविर से बच्चे, बुर्जुग सभी ने जिस उत्साह से भाग लिया वो इस बात का सूचक है कि धर्म के प्रति सभी में आस्था व लगाव बढ़ रहा है। प्रारंभ में समारोह के मुख्य अतिथि श्री व्यास एवं अध्यक्षता कर रहे श्री गंगवाल ने संत शिरोमणी आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रावलित कर समारोह का शुभारंभ किया । अतिथि द्वय का स्वागत समाज के अध्यक्ष पवन जेन एवं महामंत्री मुकेश बड़जात्या ने किया। शिविर के आयोजन पर डा. मगन जैन ने विस्तार से प्रकाश डाला तथा मृदुमन महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमति मोनिका जैन, महेन्द्र जादूगर, कु. नेहा जैन ने भी संबोधित किया ।
मंगलाचरण शरद जैन एवं स्वागत गीत कु . नेहा जैन ने गाया । दस दिवसीय शिविर में क्या सीखा इसको जानने के लिए परीक्षा भी आयोजित कि गई थी , जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वालो का मुख्य अतिथि श्री व्यास एवं श्री गंगवाल ने पुरूस्कृत किया ।
संचालन सुरेन्द्र जैन अलीपुर ने तथा आभार मुकेश बड़जात्या ने व्यक्त किया। इस अवसर पर काफी संख्या में समाज के श्रावक-श्राविकायें उपस्थित थे।
पहली बार इतना उत्साह देखा
इस शिविर को संपन्न कराने वाले ब्रम्ह्चारी संजय भैया ने कहा कि समाज में शिविर के प्रति काफी उत्साह देखा गया । धर्म के प्रति हमें अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिये । शिविर में भाग लेने वाले शिविरार्थी अपने संकल्प को निभाएं तथा समाज को नई दिशा देवें ।