Monday, November 3, 2008

राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त योग गुरु संत के सानिध्य में शिविर शुरु, पहले दिन योग शिविर ने रचा नया इतिहास

      सीहोर 2 नवम्बर (नि.सं.) स्वामी रामेश्वर श्री योग सेवा समिति के तत्वाधान में स्थानीय बी.एस.आई. ग्राउण्ड पर वृहद स्तरीय योग एवं रोग निवारण शिविर शुरु हुआ। इस अवसर पर राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त योग गुरु स्वामी रामेश्वर ने अपने आशीष वचन के साथ योग एवं रोग निवारण शिविर में आये योगार्थियों को योग का प्रशिक्षण दिया। पहले ही दिन योग शिविर में उपस्थिति को लेकर, आयोजन ने एक नया इतिहास रचा।

      जिला मुख्यालय पर यह दूसरा अवसर है, जबकि उत्तरांचल के गंगोत्री से आए योग गुरु स्वामी रामेश्वर ने स्थानीय योग प्रेमियों को योग का प्रशिक्षण देने स्वयं उपस्थित हुए हैं। बी.एस.आई. खेल मैदान पर वृहद स्तर पर सुव्यवस्थित तरीके से योग शिविर के आयोजन ने सभी को प्रभावित किया है। पहले दिन इतनी विशाल उपस्थिति हुई कि जगह ही सीमित दिखने लगी। महिला एवं पुरुषो तथा युवक-युवतियों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।

      रविवार की सुबह 5:30 बजे योगाचार्य स्वामी रामेश्वर जैसे भव्य और विशाल मंच पर उपस्थित हुए वैसे ही सैकड़ों की संख्या में योग सीखने आए शिविरार्थियों ने खड़े होकर स्वामी जी का सम्मान किया। योग शिविरार्थियों की ओर से नागरिक बैंक अध्यक्ष प्रकाश व्यास काका, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दादा केशरीमल गिरोठिया, नपाध्यक्ष राकेश राय, वरिष्ठ समाजसेवी हरी तिवारी और सुप्रसिद्ध ह्दय रोग विशेषज्ञ डा. बी.के. चतुर्वेदी ने पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया। स्वागत उद्बोधन आयोजन समिति के संयोजक सुरेश वशिष्ट ने दिया। उन्होंने बताया कि शहर की संस्कृति मे इस तरह के आयोजन मील के पत्थर साबित हुए हैं। आयोजन समिति के वरिष्ठ सदस्य पत्रकार प्रदीप एस. चौहान ने उदघाटन सत्र का संचालन किया।

      योग गुरु स्वामी रामेश्वर जी ने योग शिविर में भाग लेने आए नागरिकों को शुभकामनाऐं दी। इस अवसर पर आपने कहा कि सिद्धपुर की भूमि में दूसरी बार उन्हें योग शिविर में आने का मौका मिला है। पिछला अनुभव उनका सुखद रहा। आज के दौर में वही सुखी है, जो काया से निरोगी है। योग हमारी महान संस्कृति का ऐसा कारक जो काया को निरोगी बनाता है। पहले दिन चूंकि शुरुआती दिन है इसलिए स्वामी जी ने योग और आसन कम संख्या में करवाए।

      पूरे योग प्रशिक्षण के दौरान भारतीय संस्कृति के गौरवशाली अतीत का स्वामी जी  वर्णन करते रहे। योग शिविर में भाग लेने की अपील करने वालों में सुरेश वशिष्ठ, योगेश राठी, संतोष कुशवाह, राजेन्द्र राजपूत, प्रदीप बिजोरिया, जीतेन्द्र परमार, प्रदीप वशिष्ठ आदि शामिल है।