Monday, November 3, 2008

सुरेन्द्र और स्वदेश की बैठकों का दौर, कोकिला काकी कसरत के बाद हो गईं पूरी तरह तैयार...

सीहोर 2 नवम्बर (नि.सं.)। कांग्रेस को लेकर आज भी दिनभर अफवाहों का बाजार सरगर्म रहा। दिनभर तरह-तरह के कयास लगते रहे। कभी स्वदेश राय, कभी सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, कभी कोकिला बहन प्रमोद पटेल, कभी अखलेश राय, कभी कमलनाथ समर्थक अक्षत कासट का नाम पिछले दिनों से सामने आ रहा था। इस दौरान हरीश राठौर भी दिल्ली हो आये तो लोगों में उहापोह मच गई थी। इन्ही नामों में बलवीर तोमर का नाम भी एक बार सीहोर से जोड़ा जाना शुरु हो गया है। इन्ही सब अटकलों और अफवाहों के बीच आज दिनभर बाजार सरगर्म रहा है।

      आखिर कौन होगा कांग्रेस का उम्मीद्वार को लेकर आज भी दिनभर अटकलें चलती रहीं। अनेक दावों के साथ ही अनेक बातें आ रही थी।

      जहाँ पूर्व में लगातार स्वदेश राय, अखलेश  राय के टिकिट हो जाने की बातें और चर्चाएं सर्वाधिक सरगर्म थी। और स्वदेश राय के मित्रों का स्पष्ट मानना था कि टिकिट तो पक्का हो ही गया है बस अभी शांत रहना है जैसे ही घोषणा होगी वैसे ही काम शुरु हो जायेगा। उन बातों में अब कुछ कमी आई है और सारे समर्थक व मित्र मौन की मुद्रा में आ गये हैं। हालांकि उनका विश्वास है कि टिकिट तो उनका ही होगा।

      इधर युवा नेता अक्षत कासट का जलजला तो उसी दिन से शुरु हो गया था जब दिल्ली से प्रकाशित एक दैनिक अखबार में कांग्रेस से सबसे आगे सीहोर में अक्षत कासट की उम्मीद्वारी दर्शाई गई थी। अक्षत कासट का नाम आ जाने से सीहोर के राजनैतिक समीकरण उलट-पुलट गये थे। लेकिन इस नाम को लेकर अफवाहें किसी प्रकार की नहीं चली।

      अलबत्ता सीहोर के लोकप्रिय समाजसेवी अखिलेश राय के नाम को लेकर इतने कयास लगाये गये कि शायद ही किसी दूसरे नाम को लेकर इतनी चर्चा रही हो। अखलेश राय का टिकिट हो गया तो क्या होगा से लेकर उन्हे टिकिट मिल गया है ऐसी बातें होती ही रहीं।

      पूर्व प्रत्याशी सुरेन्द्र सिंह ठाकुर को लेकर प्रारंभ में कुछ संदिग्धता के बाद जैसे-जैसे उनकी सक्रियता सीहोर में बढ़ी और सीहोर से उनके समर्थकों की फौज भोपाल जाकर मिलना शुरु हुई वैसे-वैसे यह बात सामने आने लगी कि निश्चित ही सुरेन्द्र सिंह ठाकुर का नाम भी दिल्ली में चल रहा है। ठाकुर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समर्थक माने जाते हैं।

      इधर विगत दो-तीन दिनों से सुरेन्द्र ठाकुर और स्वदेश राय का रात होटल में बैठकर घंटो चर्चारत रहने की चर्चाएं चौराहों पर आ गई है इससे भी लगता है कि कहीं ना कहीं कुछ बात है।

      उधर प्रमोद पटेल के घर कोकिला बहन पटेल काकी का नाम भी इतना अधिक जोर मार रहा है कि जिसका जबाव नहीं। हर कोई काकी के नाम को लेकर आश्वस्त है बल्कि भाजपाई हल्कों में भी इस बात के दावे किये जा रहे हैं कि काकी का नाम कांग्रेस ने तय कर लिया है इनके नाम के पीछे दिग्विजय सिंह अड़े हुए हैं। ऐसा भी बताया जा रहा है कि दिग्विजय सिंह ने तो यहाँ तक कह दिया है कि जब कांग्रेस के लिये सीहोर की सीट हारी हुई ही है तो फिर काकी को ही टिकिट देने में क्या हर्ज है क्योंकि पूरे भोपाल संभाग से कांग्रेस ने एक भी महिला को टिकिट नहीं दिया है इसलिये यदि काकी को टिकिट दे दें तो बुराई क्या है।  खुद प्रमोद पटेल भी लगातार दिल् ली की यात्राएं कर रहे हैं और अभी फिर अचानक दिल्ली पहुँचे हैं।

      पिछले दिनों हरीश राठौर भी दिल्ली हो आये हैं और किसी कालेज संचालक को टिकिट दिये जाने की बात उसी दिन से सीहोर में कुछ कांग्रेसियों द्वारा कही जाने लगी है। हरीश राठौर भी दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं।

      उधर इछावर से अभय मेहता का नाम लगभग तय माना जाने लगा है। इस तारतम्य में क्या कमलनाथ समर्थक बलवीर तोमर को टिकिट मिल पायेगा ? यदि नहीं तो अब एक नई हवा चली है कि कमलनाथ टिकिट तो दिलवाकर रहेंगे फिर भले ही इछावर से नहीं तो बलवीर को सीहोर से ही लड़वा दिया जायेगा। हालांकि यह अफवाह यादा दम नहीं मार पाई लेकिन फिर भी कुछ लोगों ने इसके कयास तो चलाये ही।

      आज दोपहर बाद भाजपा विधायक समर्थकों का यह कहना कि कोकिला बेन पटेल का टिकिट तय माना जाये अवश्य सर्वाधिक चर्चाओं में रहा।

      लेकिन शाम होते-होते जैसे ही कुछ मनचलों ने यह कहना शुरु किया की सीहोर के विवाद को खत्म करने के लिये स्वयं सुरेश पचौरी सीधे मैदान में आ रहे हैं और वह सीहोर विधानसभा के प्रत्याशी होंगे लोग यह बात सुनते ही रह गये।

      रविवार को दिग्विजय सिंह भोपाल होने के कारण सीहोर से बहुत बड़ी संख्या में लोग भोपाल पहुँचे थे। इनमें सर्वाधिक संख्या सीहोर के पार्षदों की थी। सीहोर के पार्षदों के अलावा दिग्विजय समर्थक भी भोपाल पहुँचे थे। इसके साथ ही सुरेन्द्र सिंह ठाकुर भी वहाँ गये थे। ऐसा माना जा रहा है कि एक बारगी फिर दिग्विजय सिंह के सामने सुरेन्द्र सिंह ठाकुर के समर्थन की बात बड़ी संख्या में सीहोर के कांग्रेसियों व पार्षदों ने की है। सुरेन्द्र सिंह के समर्थन में जिस प्रकार दिग्गी के दरबार में भीड़ जुटी उससे कुछ ऐसी बातें सीहोर के चौराहों पर होने लगी कि निश्चित ही ठाकुर को टिकिट मिलेगा।

      कुल मिलाकर रविवार भी अफवाहों के नाम रहा........। 

चुनाव के ताजा समाचार जानने के लिये हमारे स्‍तंभ 'चुनाव विशेष' और फुरसत के विशेष राजनीतिक समाचार के लिये 'राजनीतिक' स्‍तंभ पर क्लिक करें। यहां आपको एक साथ सारी राजनीतिक खबरें पढ़ने को मिलेंगी ।
हमारा ईपता - fursatma@gmail.com यदि आप कुछ कहना चाहे तो यहां अपना पत्र भेजें ।