Tuesday, September 2, 2008

नलों में कीड़े-मकोड़े और पक्षी की टांगे निकल रही

आष्टा 1 सितम्बर (नि.प्र.)। नगर पालिका का जल विभाग धृतराष्ट्र बना हुआ है अभी तक तो आष्टा के जल उपभोक्ता नलों में नगर पालिका द्वारा जो जल वितरण किया जाता है उसके अन्दर कीड़े निकलते हैं कि शिकायतें थी कई क्षेत्रों में गंदा बदबूदार पानी आता है और अब तो हद हो गई। गत दिवस आष्टा नगर के वार्ड क्रमांक 9 के जल उपभोक्ता जिनके यहाँ नल कनेक्शन नगर पालिका का है उनके यहाँ 28 अगस्त को नलों में आये पानी के साथ पक्षी की टांगे निकली यह देख कर उक्त परिवार स्तब्ध रह गया। उक्त खबर नगर पालिका के जल विभाग के प्रमुख तक भी पहुँची है जो दबाने के प्रयास में हैं। आष्टा नगर पालिका में पदस्थ मुख्य नगर पालिका अधिकारी को देखना चाहिये की जिनके जिम्मे जो कार्य है। वे उक्त कार्य को कितनी मुस्तैदी से करते हैं। स्मरण रहे आष्टा में लगर फिल्टर प्लांट वर्षों से बंद पड़ा है वहाँ केवल गारे से युक्त फिटकरी डालकर पानी को शुध्द करने का दावा किया जाता है। आश्चर्य जिस फिटकरी में गारा लगा होता है उससे पानी कैसे शुध्द होता होगा। नगर पालिका अध्यक्ष जी आपकी नगर पालिका में यह क्या हो रहा है जरा देखो ।
प्रतिक्रिया- आष्टा नगर पालिका जल कार्य विभाग के प्रभारी प्रमोद कुमार साहू इंजिनियर ने जब इस संबंध में चर्चा की तो उन्होने बताया कि इस प्रकार की शिकायत मुझे बताई की नल में पानी के साथ पक्षी की हड्डियां आ रही हैं जब मैने देखा तो हड्डी नहीं पक्षी के पंखे थे उन्होने बताया कि फिल्टर प्लांट पर जो सब मेल है वो खुला रहता है पक्षियों का पंख कहीं से उड़कर आ गया होगा और वो नलों में पहुँच गया होगा।