Tuesday, September 2, 2008

...जब वो बोल बैठे : कांग्रेस को जिताना है दिग्विजय को लाना है

सीहोर। कल भाजपा की श्यामपुर में आयोजित पालक संघ और विधानसभा चुनाव से जुड़ी बैठक का आयोजन हुआ था। इस आयोजन में क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद कैलाश जोशी, लोकप्रिय विधायक रमेश सक्सेना, जनपद अध्यक्ष देवेन्द्र सक्सेना, नपाध्यक्ष अशोक सिसोदिया, भाजपा नेता मेहरबान सिंह बलभद्र, सन्नी महाजन, वरिष्ठ भाजपा नेता बालकृष्ण नामदेव सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। यहाँ आयोजित बैठक में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के साथ ही भाजपा की जनआशीर्वाद रैली को लेकर भी भाजपा नेताओं ने मंत्रणा की थी।
बैठक के दौरान सभी नेताओं को बारी-बारी से कार्यकर्ताओं ने जोश भरने के लिये और सरकार की उपलब्धियों को गिनाने के लिये मंच पर बुलाया गया। सभी ने बारी-बारी से मंच पर आकर भाषण दिये और भाजपा सरकार के विकास कार्य को गिनाते हुए पुन: शिवराज सरकार को लाने की बात कही।
लेकिन उस समय असमंजस की स्थिति बन गई जब उपरोक्त नेताओं में से ही एक नेताजी जब सरकार की उपलब्धियाँ गिनाने के लिये भाषण देना शुरु किया और धीरे-धीरे दोनो हाथों की बांहे चढ़ाकर वह जोश में आते हुए उत्तेजित होते हुए बोले की ''हम सभी को सरकार के विकास कार्य जनता के बीच ले जाना है और अगली सरकार कांग्रेस की बनाना है..दिग्विजय सिंह को फिर मुख्यमंत्री बनाना है''
नेताजी का बस इतना बोलना हुआ था कि अचानक भाजपा सांसद कैलाश जोशी ने इन्हे बीच में ही रोक दिया और मंच से बुलाकर कहा कि आप यह क्या बोल रहे हैं ? तब इन नेताजी को अपनी गलती याद आई...और इन्होने सांसद जी को सफाई में कहा कि साहब मैं उत्तेजित हो जाता हूँ और इसी उत्तेजना में यह बोल पड़ा... हालांकि नेताजी ने अपनी गलती को सुधारते हुए पुन: मंच पर पहुँचकर माईक संभाला और फिर कहा ''हमें शिवराज भाई को सरकार में लाना है''