Thursday, September 11, 2008

विधायक दो माह से मुख्यमंत्री के विरुध्द अपशब्द बोल रहे

सीहोर 10 सितम्बर (नि.सं.)। जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं प्रांतीय दीनदयाल अंत्योदय समिति के सदस्य बालकृष्ण नामदेव, वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व जिला महामंत्री मेहरबान सिंह बलभद्र, द्वारकादास अग्रवाल, दिनेश जायसवाल ने अपनी एक संयुक्त विज्ञप्ति में कहा है कि कल डोल ग्यारस का जुलूस बड़ा बाजार से ही निकलेगा।
मुख्यमंत्री का काफिला तो जुलूस समाप्ति के बाद ही नगर में प्रवेश करेगा। नेता द्वय ने नागरिकों से मुख्यमंत्री के स्वागत की अपील की है। साथ ही विगत दो माह से क्षेत्र के एक विधायक द्वारा सुनियोजित तरीके से माननीय मुख्यमंत्री के विरुध्द अपशब्दों का प्रयोग सार्वजनिक रुप से किया जा रहा है एवं मुख्यमंत्री के विरुध्द एक साजिश के तहत कुप्रचार किये जाने की घोर निंदा की है। इन नेताओं ने अपने बयान में कहा है कि विधायक जी 5 साल तो अपने क्षेत्र की चिंता करते हुए अपने चहेतों को और अपने परिवार वालों को सरकारी ठेके दिलाने में और उनका झूठा-सच्चा भुगतान कराने की जुगत में लगे रहे और जनपद चुनाव, कृषि उपज मण्डी चुनाव एवं नगर पालिका चुनावों में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के विरुध्द अपने लोगों को चुनाव लड़ाकर पार्टी के कार्यकर्ताओं को नीचा दिखाने की कोशिश करते रहे हैं।
नेता द्वय ने कहा है कि अब मुख्यमंत्री जी के विरुध्द साजिश के तहत यह प्रचार कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय की चिंता नहीं की जबकि म.प्र. के लाड़ले मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश को काफी सौगातें दी है। यह कहना अनुपयुक्त नहीं होगा कि मुख्यमंत्री ने जिसने जो मांगा अपना खजाना खोलकर दे दिया है, किन्तु जब यहाँ के जिम्मेदार राजनेता क्षेत्र की चिंता छोड़ खुद के समर्थकों एवं परिवार की चिंता ही करने लगे तो क्षेत्र को कैसे क्या मिलेगा और इस क्षेत्र का काफी नुकसान हुआ। यहाँ के लोगों ने भीषण गर्मी में भी सप्ताह में एक दिन गंदा पानी पीने को मजबूर रहे, रोम जलता रहा और नीरो चैन की बंशी बजाता रहा।
पार्टी के वरिष्ठ और जनसंघ से जुड़े हुए पुराने कार्यकर्ताओं ने एक बैठक कर यह निर्णय लिया है कि अब इस स्थिति को सहन नहीं किया जायेगा तथा इनके काले कारनामों से भाजपा हाईकमान को एवं जनता जनार्दन को अवगत कराया जायेगा ताकि यह विधायक फिर से साधु का झूठा वेश बनाकर जनता से छल करने में सफल न हो सके। भाजपा के दोनो ही वरिष्ठ नेताओं ने संबंधित विधायक का नाम अपनी विज्ञप्ति में उल्लेख नहीं किया है।